गोरखपुर पुलिस ने धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह के वांछित सदस्य को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने सुकान्ता बैनर्जी पुत्र सुब्रत बैनर्जी को गिरफ्तार किया है।
गोरखपुर में हैरान करने वाला मामला आया है, यहां एक ठेकेदार से जालसाजों ने अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA में रॉ मटेरियल सप्लाई करने का सब्जबाग दिखाया, जालसाज ने इस काम में सौ गुना प्रॉफिट का स्कीम देते हुए लाखों रुपए खाते में डलवा लिए। पुलिस ने धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले सुकान्ता बैनर्जी पुत्र सुब्रत बैनर्जी, निवासी अर्वन एनआरआई आनन्दपुर, निकट रूबी हॉस्पिटल टावर नंबर 7, फ्लैट नंबर 3505, कोलकाता को दबोच लिया है। आरोपी के खिलाफ कई जनपदों में धोखाधड़ी और जालसाजी के गंभीर मुकदमे दर्ज हैं।
जानकारी के मुताबिक रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के शिवाजी नगर निवासी मदन मोहन शुक्ला के साथ 80 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। वह सिंचाई विभाग में ठेकेदारी करते हैं। आरोप है कि जालसाज ने अमेरिका की NASA के स्पेस शटल और न्यूक्लियर एनर्जी में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों, रेडियोधर्मी धातुओं की आपूर्ति और खरीद-फरोख्त के बिजनेस में 80 लाख रुपए का निवेश कराया था। बोला था कि एक रुपए का सौ गुना लाभ मिलेगा। अधिक लाभ होता देख ठेकेदार ने पैसे लगाए। पैसे लगाने के बाद जालसाज लापता हो गया।
जब काफी प्रयास के बाद भी जालसाज से कोई संपर्क नहीं हुआ तब ठेकेदार मदन माेहन शुक्ला की तहरीर पर रामगढ़ताल थाने में कानपुर सिंधी कालोनी निवासी सुरेश रमानी, पश्चिम बंगाल के कोलकाता के थाना बारा निवासी सुकांता बैनर्जी, लखनऊ सचिवालय कालोनी के अमित कुमार नंदी, चंडीचरण अधिकारी और शालिनी नासकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
ठगी के शिकार मदन मोहन शुक्ला ने बताया कि मेरे पूर्व परिचित कानपुर निवासी सुरेश रमानी ने कोलकाता के सुकांता बैनर्जी से मुलाकात कराई। सुकांता बैनर्जी ने बताया कि हमलोग NASA के स्पेस शटल और न्यूक्लियर एनर्जी में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों, धातुओं की आपूर्ति व खरीद-फरोख्त का बिजनेस करते हैं। इसमे अच्छा फायदा होता है। सुकांता ने खुद को नासा से संबद्ध एक कंपनी का चीफ कोआर्डिनेटर भी बताया। धीरे धीरे ठेकेदार इसके प्रभाव में आ गए और सुकांता बैनर्जी, चंडीचरन अधिकारी व शालिनी नासकर को निवेश के रूप में 80 लाख रुपए दिए।
SP सिटी ने बताया कि अभिनव त्यागी कई राज्यों में ठगी का नेटवर्क चला रहा था। आरोपी से पूछताछ के दौरान अन्य सहयोगियों और ठगी के नेटवर्क के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की संभावना है। SP सिटी ने कहा कि ऐसे आर्थिक अपराधों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और निवेशकों को झांसा देने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।