सोमवार को एसएसपी राजकरन नैय्यर ने लापरवाही और कर्तव्यों के प्रति उदासीनता बरतने के आरोप में गुलरिहा और पिपराइच थानों पर तैनात छह पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया, वहीं पिपराइच थानेदार पुरूषोतम आनंद सिंह को सस्पेंड कर विभागीय जांच का आदेश भी दे दिए।
सोमवार 15 सितंबर को पशु तस्करों द्वारा छात्र की निर्मम हत्या के बाद उग्र ग्रामीणों का बवाल और पिपराइच के SO पुरुषोत्तम आनंद सिंह, चौकी इंचार्ज जंगल धूसड ज्योति तिवारी सहित थाना पिपराइच पुलिस पर पशु तस्करों से मिलीभगत का गंभीर आरोप लगाया गया। मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में पहुंचा। इसके बाद पशु तस्करों के साथ ही पुलिसकर्मियों पर भी कारवाई शुरू हुई।
SSP राजकरन नैयर ने पशु तस्करों पर कार्रवाई में लापरवाही बरतने पर पिपराइच थानेदार पुरुषोत्तम आनंद सिंह को निलंबित कर दिया। साथ ही जंगल छत्रधारी चौकी प्रभारी विनय सिंह समेत पांच पुलिसकर्मी लाइन हाजिर कर दिए गए हैं। इसके अलावा गुलरिहा थाने के पांच पुलिसकर्मी भी कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में लाइन हाजिर किए गए हैं।
इससे पहले घटना के अगले दिन जंगल धूषड़ चौकी प्रभारी समेत 4 पुलिसकर्मी निलंबित किए गए थे। सोमवार को एसएसपी राजकरन नय्यर ने पिपराइच एसओ पुरुषोत्तम आनंद सिंह के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई करते हुए विभागीय जांच बैठाई।जंगल धूषण चौकी प्रभारी विनय सिंह, सिपाही श्याम नारायण और विजय कुमार सिंह को लाइनहाजिर कर दिया। पिपराइच थाने के वाहन चालक को भी लाइन हाजिर किया गया है।
एसएसपी ने गुलरिहा थाने के हेड कांस्टेबल कमलेश कुमार गौतम, सिपाही अविनाश विक्रम सिंह, अनुराग कुमार, सूर्य प्रकाश पटेल और अवनीश यादव को भी लाइन हाजिर कर दिया है। पुलिस लाइन से विकास सिंह को जंगल छत्रधारी का नया चौकी प्रभारी बनाया गया है। इससे पहले जंगल धूसड़ चौकी प्रभारी ज्योति नारायण तिवारी और 4 सिपाही निलंबित किए गए थे।पिपराइच थाने के मुंशी प्रदीप कुमार और सिपाही अफसर जमाल को भी दो दिन पहले हटाया गया था।