Massive Fire in Thread Factory: शहर के चावड़ी बाजार व खासगी बाजार स्थित कला गोपाल मल्टी में संचालित धागा फैक्ट्री में शॉर्ट सर्किट से लगी आग, आग से फैक्ट्री के साथ ही तीन मंजिला मल्टी में बने 7 फ्लैट में से 5 पूरी तरह से जलकर राख....
Thread Factory Massive Fire: बुधवार-गुरुवार रात करीब डेढ़ बजे शहर के चावड़ी बाजार व खासगी बाजार स्थित कला गोपाल मल्टी में संचालित धागा फैक्ट्री में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। आग से फैक्ट्री के साथ ही तीन मंजिला मल्टी में बने 7 फ्लैट में से 5 पूरी तरह से जलकर राख हो गए। मल्टी में रहने वाले लोगों ने पड़ोसी की छत पर कूदकर और गीली चादर ओढकऱ किसी तरह अपनी जान बचाई। वहीं आग की दहशत से लोग अपना सामान लेकर भागते नजर आए।
आग से घरों में रखे पांच सिलेंडर में विस्फोट हो गया और फायर विभाग के दो कर्मचारी घायल हो गए है, जिनके हाथ-पैर आग से जल गए और सिर में चोटें आई हैं, दोनों को निजी अस्पताल भर्ती कराया गया है। जबकि 10 सिलेंडर को फायर अमले ने सुरक्षित निकाल लिया है।
आग को काबू पाने के लिए नगर निगम अमले के साथ मुरैना, भिंड व महाराजपुरा एयरफोर्स स्टेशन से भी फायर ब्रिगेड बुलाई गईं, लेकिन सकरी गली में मल्टी होने से की वजह से फायर अमले को खासी मशक्कत करनी पड़ा। आग बुझाने के लिए 25 गाड़ी पानी फेंका गया तब कहीं जाकर सुबह 8 बजे आग पर काबू पाया गया। आग की सूचना मिलते ही निगम आयुक्त संघ प्रिय रात को अफसरों को निर्देश देते रहे और सुबह मौके पर भी पहुंचे। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट से निकली चिंगारी से धागा बनाने की सामग्री में आग लगाना बताया गया है।
मल्टी में नीचे संचालक निर्मल कुमार सुखवानी की धागा फैक्ट्री संचालित होती है और दूसरी मंजिल पर वह परिवार के साथ रहते हैं। रात करीब डेढ़ बजे जैसे ही धागा फैक्ट्री में आग लगी तो मल्टी में रहने वाले लोगों ने पड़ोसी की छत पर कूदकर और गीली चादर ओढकऱ किसी तरह मल्टी से बाहर आकर अपनी जान बचाई। साथ ही फायर ब्रिगेड व पुलिस कंट्रोल को सूचना दी। महाराज बाड़े से तत्काल आग बुझाने के लिए एक गाड़ी मौके पर पहुंची, लेकिन आग अधिक होने पर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देने के साथ अन्य जगहों से भी गाडिय़ां मंगाई गई।
-घनी बस्ती में तीन मंजिला इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर धागे बनाने की फैक्ट्री चलाने की अनुमति कैसे दी गई?
-फैक्ट्री होने के बाद भी मल्टी में परिवार कैसे रह रहे थे अफसरों ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की?
-रिहायशी मल्टी में अथवा आसपास किसी भी प्रकार की फैक्ट्री संचालित नहीं हो सकती है तो जिला प्रशासन, प्रदूषण कंंट्रोल बोर्ड व निगम ने कोई एक्शन क्यों नहीं लिया?
-महाराज बाड़ा क्षेत्र के चावड़ी बाजार, दानाओली, माधवगंज में कई फैक्ट्री संचालित हो रही हैं आखिर कैसे?
-धागा फैक्ट्री में जो सामग्री थी, वह पूरी तरह ज्वलनशील थी। यही कारण रहा कि आग काफी तेजी से फैली।
-आग लगने का पता उस समय लगा जब कारखाने से आग की लपटें ऊपर की ओर उठने लगीं।
-मल्टी में धुआं भरने से ऊपर फ्लैट में रहने वालों का दम घुटने लगा और लोग जान बचाने भागे। पूरी मल्टी में अफरा-तफरी मच गई।
-सिलेंडर के ब्लास्ट होने से आसपास रहने वाले लोग भी दहशत में रहे।
-फायर अमले को बधाई, जिन्होंने समय रहते दस सिलेंडर सुरक्षित निकाले वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
आग बुझाने में फायर अमला लगा हुआ था तभी सुबह करीब सात बजे फैक्ट्री व कुछ कमरों में से धुंआ उठने पर उन पर फिर से अमले द्वारा पानी डाल जा रहा था। तभी अचानक किचन में रखे सिलेंडर में ब्लास्ट होने से फायरकर्मी पुरुषोत्तम और योगेन्द्र बराठे घायल हो गए, जिन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया है, जहां उनकी हालत सही है। घायलों को देखने आयुक्त संघ प्रिय व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह भी पहुंचे। इससे पूर्व फायरकर्मी ने 10 सिलेंडर को सुरक्षित निकाल लिया था।
राजकुमार जैन, विवेक पोदार, श्यामलाल मोखानी, भगवानदास गुप्ता, दिलीप जैन, सविता वाढलेकर और लोकेश शाह के फ्लैट थे और वह परिवार के साथ रह रहे थे। खास बात यह रही कि सभी लोग समय रहते मल्टी से बाहर आ गए नहीं तो बड़ी जनहानि हो जाती। हादसे के बाद परिवार के सदस्य काफी डरे हुए है और उनके आंसू नहीं रुक रहे है।
आग की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड को सकरी गली होने से घटना स्थल पर पहुंचने में काफी परेशानी हुई। क्योंकि मुख्य सडक़ के 100 मीटर से अधिक दूरी पर गली में मल्टी थी। महाराज बाड़ा क्षेत्र में अधिकतर गलियां काफी सकरी है, जहां आग लगने पर बुझाने में काफी परेशानी होती है।
आग से हुए नुकसान का अभी कोई आंकलन नहीं किया गया है। लेकिन फैक्ट्री में अब कुछ नहीं बचा है, जो सात में से पांच फ्लैट पूरी तरह से जल गए हैं और कोई सामान भी नहीं बचा है। एक करोड़ से अधिक का नुकसान हो गया है। आग का कारण मुझे पता नहीं है।
-निर्मल कुमार सुखवानी, धागा फैक्ट्री संचालक
रात दो बजकर 10 मिनट पर मल्टी में आग लगने की सूचना मिली थी। आग काफी बड़ी थी इसलिए मुरैना व महाराजपुरा एयरफोर्स से भी गाड़ी मंगाई गई। आग बुझाने के दौरान हमारे दो कर्मचारी भी झुलस गए हैं, जिन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। आग में 10 सिलेंडरों को सुरक्षित निकाला और पांच सिलेंडर ब्लास्ट हो गए थे। आग का कारण अभी पता नहीं चल सका है और नुकसान भी करोड़ों रुपए का हुआ है।
-सतपाल सिंह चौहान, उपायुक्त नगर निगम
-2013 में मुरार के जैन मंदिर संतर एमके यादव के चार मंजिला घर के नीचे रेडीमेड गारमेंट में आग लगी, चार लोगों की मौत हुई।
-मार्च 2020 में मोची ओली में तीन मंजिला मकान में आग लगने से बुजुर्ग दंपती की मौत, नीचे फोम की दुकान थी।
-मई 2020 में इंदरगंज रोशनी घर रोड पर तीन मंजिला मकान में आग से सात लोगों की मौत। नीचे पेंट की दुकान थी।
-19 अप्रेल 2024 में संगम वाटिका व रंगमहल गार्डन में आग लगी।
-24 जून 2024 को बहोड़ापुर के कैलाश नगर में आग लगने से ड्राई फ्रूट्स कारोबारी और दो बेटियों की मौत। नीचे मेवा व घी की दुकान थी।
नगर निगम ने मल्टी व मकान निर्माण के लिए भवन निरीक्षक, भवन अधिकारी को जिम्मेदारी दी है कि वह निर्माण के दौरान निरीक्षण करें, लेकिन फिर भी ऐसा नहीं किया गया और कागजों में ही मॉनिटरिंग की। जबकि यही हाल फायर में है अब तक तीन हजार से अधिक नोटिस बांटे जा चुके हैं उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं।
स्थानीय लोगों ने बताया कि धागा फैक्ट्री को मल्टी से हटाने के लिए कई बार जेडओ रवि गोडिया व भवन अधिकारी पवन शर्मा को भी शिकायत की जा चुकी है। लेकिन फैक्ट्री मालिक के कहने पर वह कार्रवाई नहीं करते है। बाड़ा क्षेत्र में आज गली-गली में फैक्ट्री संचालित हो रही है। इसकी शिकायत निगमायुक्त से भी गुरुवार को लोगों ने की।
सकरी और मल्टी में फैक्ट्री चलाने को लेकर फायर ऑडिट कराया जाएगा। सकरी गली में कैमिकल की दुकानें व फैक्ट्री को लेकर जिला प्रशासन से भी बात करेंगे। आग पर मैं खुद नजर रखे हुए था और घायल कर्मी को देखने भी गया था।
-संघ प्रिय, आयुक्त, नगर निगम