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अब ‘जमीनों’ का भी होगा आधार नंबर, इसी से मिलेगी ‘किसान पेंशन’

MP News: किसान को खाद भी फार्मर रजिस्ट्री के आधार पर मिलेगा और पीएम किसान पेंशन भी....

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land Aadhaar card

land Aadhaar card प्रतिकात्मक फोटो (Photo Source- freepik)

MP News: खेती-किसानी के सिस्टम में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। जैसे हर नागरिक की पहचान आधार से होती है, वैसे ही अब किसानों की जमीनों को आधार से जोड़ा जा रहा है। इससे जमीनों का भी आधार नंबर होगा। सरकार द्वारा शुरू की जा रही फार्मर रजिस्ट्री के तहत किसान और उसकी जमीन, दोनों को एक ही पहचान से जोड़ा जाएगा। इस व्यवस्था में चाहे किसान की जमीन चार अलग-अलग जगहों पर हो, लेकिन फार्मर आइडी डालते ही उसकी पूरी जमीन एक जगह दिखाई देगी। किस सर्वे नंबर पर कितनी जमीन है, कितना रकबा है, यह सारी जानकारी सिस्टम में अपने आप सामने आ जाएगी।

100% जमीन को आधार से लिंक

किसान को खाद भी फार्मर रजिस्ट्री के आधार पर मिलेगा और पीएम किसान पेंशन भी। कलेक्टर ने फार्मर रजिस्ट्री (आइडी) के तहत पटवारियों को निर्देश दिए है कि वे 100% जमीन को आधार से लिंक करें। खास बात यह है कि जमीन का लिंक मूल किसान के आधार से ही किया जाएगा, जिससे बेनामी, फर्जी या दोहरे रिकॉर्ड की गुंजाइश खत्म हो जाएगी। जिले में 3 लाख 49 हजार 439 लोगों के पास खेती की जमीन है, जिनकी फार्मर आइडी बनाई जानी है।

फार्मर रजिस्ट्री में आ रही ये दिक्कतें

-पटवारियों ने गांव में निवास करने वाले किसानों की फार्मर रजिस्ट्री बना ली है, लेकिन जो बाहर के लोग हैं, उन्होंने जमीनें खरीदी हैं। उनकी फार्मर रजिस्ट्री तैयार नहीं हो पा रही है।

-पटवारी को ओटीपी नहीं दे रहे है, फार्मर रजिस्ट्री के लिए आधार की ओटीपी जरूरी है।

फार्मर रजिस्ट्री के आधार पर किसान को सरकार की योजनाओं का लाभ मिलेगा। खाद भी फार्मर रजिस्ट्री के तहत दर्ज रकबे के आधार पर दिया जाएगा। किसान कितनी पात्रता रखा है, सॉफ्टवेयर में दर्ज होने के बाद खाद मिलेगा। - रुचिका चौहान, कलेक्टर

एक आइडी, पूरी जानकारी

-फार्मर आइडी बनने के बाद किसान को बार-बार कागज लेकर दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। इस व्यवस्था से सरकारी योजनाओं का लाभ सही किसान तक पहुंचेगा। फर्जी दावों पर रोक लगेगी और सब्सिडी, मुआवजा व अन्य लाभ सीधे पात्र किसान को मिल सकेंगे।

-हर साल किसान को खाद संकट का सामना करना पड़ता है। फार्मर आइडी बनने के बाद खाद की बुङ्क्षकग कर सकेंगे। सेंटर पर समय व तारीख किसान को तय करनी होगी।

-किसान पीएम पेंशन योजना हर किसान को नहीं मिल रहा है। पीएम पेंशन में पारदर्शिता आएगी। कोई व्यक्ति दो जगह तो नहीं ले रहा है। वर्तमान में जिले में 1 लाख 16 हजार 693 लोगों को पीएम किसान पेंशन योजना का लाभ मिल रहा है।

जिले में इतने लोगों की बननी है फार्मर आइडी

मुरार- 37236
ग्वालियर ग्रामीण-19091
डबरा-65433
सिटी सेंटर-8533
तानसेन-31923
घाटीगांव-41463
पिछोर-42343
चीनोर-51224
योग-349439