jain temple wall controversy ग्वालियर के थाटीपुर में 500 साल पुराने जैन मंदिर की दीवार तोड़ने पर बवाल मच गया। श्रद्धालुओं ने चक्काजाम कर दीवार फिर से बनवा दी और भाजपा नेता पर दीवार गिराने की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया। (mp news)
jain temple wall controversy:ग्वालियर के गुलाबचंद की बगीची (थाटीपुर) में प्राचीन जैन मंदिर की चुपचाप दीवार तौड़ने से पनपा तनाव अब थम गया है। तमाम कोशिशों के बाद श्रद्धालुओं ने मंदिर की दीवार को दोबारा बनवा लिया है। हालांकि इससे पहले गुरुवार को दीवार बनाने को लेकर श्रद्धालुओं और पुलिस के बीच विवाद की स्थिति बन गई। आक्रोश में भक्तों ने थाटीपुर की रोड पर चक्काजाम कर दिया।
धार्मिक भावनाओं के खिलवाड़ की खबर सुनकर जब जैन समाज के श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ी तो पुलिस और मंदिर की दीवार तोड़ने की पैरवी करने वाले बैकफुट पर आ गए। उसके बाद मंदिर समिति ने मिस्त्री और मजदूर बुलाकर तोड़ी गई दीवार को दोबारा तैयार करवाया। (mp news)
जयप्रकाश जैन निवासी थाटीपुर ने बताया गुलाबचंद की बगीची में स्थित जैन मंदिर करीब 500 साल पुराना है। अब मंदिर की जगह पर कुछ लोग कब्जा करना चाहते हैं। इसलिए मंगलवार, बुधवार रात चुपचाप मंदिर की दीवार को तोड़ दिया। बुधवार सुबह घटना सामने आई तो श्रद्धालु इकट्ठा हुए।
धीरे धीरे खुलासा हुआ कि मंदिर की दीवार को पूरी प्लानिंग से तोड़ा गया है। साजिश में भाजपा नेता भी शामिल है। आस्था से खिलवाड़ करने वालों का पता लगाने के लिए पुलिस से भी शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 24 घंटे तक समाज के लोग आरोपियों पर कार्रवाई के लिए धरने पर बैठे रहे। पुलिस ने एक्शन नहीं लिया तो गुरुवार सुबह लोगों ने अपने स्तर पर मंदिर की दीवार तैयार करने की कोशिश की।
उर्मिला जैन ने बताया श्रद्धालुओं ने दीवार बनाना शुरू की तो पुलिस आ गई और काम रोकने को कहा। उसका कहना था कि मामला कोर्ट में इसमें निर्माण नहीं कर सकते। श्रद्धालुओं का कहना था जब निर्माण नहीं हो सकता तो दीवार तोड़ी कैसे गई, लेकिन पुलिस काम बंद कराना चाहती तो लोग आकोशित हो गए। चक्काजाम कर दिया। काम रोकने के लिए कुछ अनजान लोग भी मंदिर पर आ गए। लेकिन उनके प्रयास भी नाकाम रहे। तमाम प्रयासों के बाद मंदिर की दीवार को दोबारा यथास्थिति में बनवाया गया।