MP News: पीएम ई-बस योजना के तहत निगम को 60 ई-बस मिलने जा रही है...
MP News:एमपी के ग्वालियर शहर में वाहनों के प्रदूषण की रोकथाम के लिए केंद्र के शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा पीएम ई-बस योजना के तहत निगम को 60 ई-बस मिलने जा रही है। बसों की पहली खेप नवंबर-दिसंबर में आएगी और इससे शहर की परिवहन व्यवस्था में काफी हद तक सुधार होने की उम्मीद है। लेकिन 77 करोड़ रुपए में आईएसबीटी बनाने वाली प्रेग्मैटिक इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी द्वारा अब तक मुख्य मार्ग यानी बाहर का गेट सहित अन्य छोटे-छोटे कार्य नहीं कराया गया है और निगम भी चार्जिंग स्टेशन सहित अन्य को चालू नहीं करा पाया है। जबकि अब सिर्फ दो महीने ही बस आने में शेष बचे हुए है।
खास बात यह है कि इन बसों के साथ ही रेलवे स्टेशन वाले बस स्टैंड को भी जिला प्रशासन व निगम यहां पर शिफ्ट नहीं करा पाया है, हालांकि नवंबर तक शिफ्ट करने की बात अफसर कह रहे है। लेकिन फिलहाल इसकी भी कोई प्लानिंग होती हुई दिखाई नहीं दे रही है और न ही पीएम ई बस की। इनके साथ ही दोनों ही बसों के लिए चिह्नित किए गए रूटों से अतिक्रमण हटाने की भी कवायद फिलहाल दिखाई नहीं दे रही है। ऐसे में यदि बस शहर में आती है तो उन्हें आधी-अधूरी तैयारी की बीच ही दौड़ाया जाएगा।
शहर में संकरे मार्गों समेत कई लंबे रूट पर भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा नहीं है। आधी सिटी बस पहले ही कंडम होकर चलन से बाहर हो गई है। ऐसे में कई इलाकों से दफ्तर, बाजार, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, स्कूल-कॉलेज की आवाजाही के लिए सिटी बस की सुविधा न होने से हजारों लोगों की निर्भरता ऑटो, ई-रिक्शा व निजी वाहनों पर है।
पीएम ई बसें पूरी तरह से ईको फेंडली है। इससे धुएं या एयर पॉल्यूशन से मुक्ति मिलेगी, बस में पैनिक बटन और सीसीटीवी सुरक्षा उपकरण होंगे। बस जिस स्थान से गुजरेंगी उस एरिया का डिस्प्ले स्क्रीन बॉक्स पर दर्शाया जाएगा, जिससे बस में सवार यात्री अपने स्थान पर रुक सकें।
शहर में बसों को चलाने के लिए दस रूट फाइनल किए गए हैं और बीते दिनों अफसरों ने बस में बैठकर इनका निरीक्षण भी किया था। साथ ही पब्लिक से राय भी मांगी थी। बाद में इन रूटों को फाइनल भी किया जा चुका है। अब बस आते ही इन रूटों पर चलाई जाएगी।