Rajasthan 4th Grade Bharti: पत्रिका ने चतुर्थ श्रेणी भर्ती परीक्षा के कई परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षार्थियों से बातचीत की तो रोचक स्थिति सामने आई। चपरासी भर्ती के लिए न्यूनतम योग्यता भले ही 10वीं हो, मगर परीक्षा देने बड़ी संख्या में ऐसे अभ्यर्थी भी आए जो बड़ी-बड़ी डिग्रीधारी थे।
Rajasthan 4th Grade Bharti: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भर्ती लिखित परीक्षा हनुमानगढ़ जिले से लेकर प्रदेश भर में 19 सितंबर से शुरू हुई। तीन दिन छह पारियों में चलने वाली इस परीक्षा के लिए जिले में 32 केन्द्र बनाए गए हैं। परीक्षा प्रभारी एडीएम उम्मेदीलाल मीणा ने बताया कि परीक्षा पूर्णत: शांतिपूर्ण ढंग से हो रही है। कहीं से भी किसी तरह की दिक्कत सामने नहीं आ रही।
पत्रिका ने कई परीक्षा केन्द्रों का जायजा लिया तथा परीक्षार्थियों से बातचीत की तो रोचक स्थिति सामने आई। चतुर्थ श्रेणी भर्ती परीक्षा के लिए न्यूनतम योग्यता भले ही दसवीं कक्षा पास रखी गई हो। मगर परीक्षा देने बड़ी संख्या में ऐसे अभ्यर्थी भी आए जो बड़ी-बड़ी डिग्रीधारी थे।
इसका प्रमुख कारण तो यही सामने आया कि बढ़ती बेरोजगारी के दौर में कोई सरकारी नौकरी एक दफा हासिल कर लें। बाद में नौकरी के दौरान तैयारी करते हुए अन्य परीक्षा देते रहेंगे। इसके अलावा प्रतियोगी परीक्षा का अनुभव लेने की मंशा से भी बड़ी डिग्रीधारियों ने यह परीक्षा दी है।
हनुमानगढ़ जंक्शन, सतीपुरा, समंदनगर आदि केन्द्रों पर परीक्षार्थियों से चर्चा के दौरान सबने पेपर अच्छा होने की बात कही। इस दौरान सामने आया कि बीए, बीएएसी डिग्रीधारी तो बड़ी संख्या में परीक्षा में शामिल हुए। इसके अलावा ऐसे अभ्यर्थी भी मिले जो बीएबीएड, एमएएड, एलएलबी व एमबीए डिग्रीधारी थे।
इसके अलावा कुछ प्रेक्टिसशनर अधिवक्ता भी पेपर देने आए। हालांकि उपरोक्त डिग्रीधारियों में से बहुत कम बातचीत को तैयार हुए। कई जो तैयार हुए उन्होंने बेझिझक कहा कि बेरोजगारी का संकट बहुत बड़ा है। कड़ी मेहनत के साथ तैयारी कर रहे हैं।
इस दौरान जो नौकरी मिल जाए, वह कर लेनी चाहिए। इसके बाद रोजगार की चिंता से मुक्त होकर निरंतर तैयारी जारी रखी जाए ताकि अपनी योग्यता के अनुरूप किसी अन्य परीक्षा में सफलता हासिल की जा सके।
तैयारी के अनुरूप पेपर हुआ है। उमीद तो यही है कि परीक्षा परिणाम सकारात्मक रहेगा।
-मांगीलाल, (बीए) भादरा।
परीक्षा की तैयारी के अनुरूप अच्छा पेपर हुआ। प्रतियोगी परीक्षाओं में निरंतर पेपर देने से अनुभव बढ़ता है जो सफलता में सहायक सिद्ध होता है।
-चंद्रशेखर, (बीए एलएलबी) पीलीबंगा।
पेपर अच्छा हुआ। ज्यादा दिक्कत नहीं आई। मेरिट हाई रह सकती है। आशाजनक परिणाम की उमीद है।
-बलविंदर सिंह, (एमए बीएड) खाराखेड़ा, संगरिया।