Crime: बहादुरगढ़ के गांव रहरूवा में जमीन के छोटे से टुकड़े ने रिश्तों का खून कर दिया। दो गज जमीन के विवाद में छोटे भाई ने बड़े भाई की बेरहमी से हत्या कर दी। इस दर्दनाक वारदात से पूरे गांव में दहशत है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
Crime News: कहते हैं कि "खून पानी से गाढ़ा होता है" और भाई-भाई का रिश्ता सबसे गहरा होता है, लेकिन बहादुरगढ़ क्षेत्र के गांव रहरूवा में घटित दर्दनाक वारदात ने इस कहावत को झकझोर कर रख दिया है। मामूली-सी जमीन के विवाद ने रिश्तों का खून कर दिया। छोटे भाई ने अपने ही बड़े भाई की बेरहमी से हत्या कर दी।
गांव रहरूवा निवासी वीरेंद्र (40 वर्ष) का अपने छोटे भाई सुनील से जमीन को लेकर कई दिनों से विवाद चल रहा था। बताया जा रहा है कि घर के पास की कुछ ज़मीन महज दो गज जगह को लेकर दोनों भाइयों के बीच आए दिन कहासुनी होती रहती थी। 30 सितंबर की सुबह यह विवाद खतरनाक रूप ले बैठा। दोनों भाइयों में कहासुनी इतनी बढ़ गई कि सुनील ने गुस्से में आकर अपनी पत्नी के साथ मिलकर बड़े भाई वीरेंद्र पर हमला बोल दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पहले डंडों से हमला किया गया और इसके बाद कुल्हाड़ी से वार कर दिया गया। अचानक हुए इस हमले से वीरेंद्र गंभीर रूप से घायल हो गए। ग्रामीणों की मदद से उन्हें आनन-फानन में मेरठ मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही थाना बहादुरगढ़ प्रभारी धीरज मलिक अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। मृतक वीरेंद्र की पत्नी ने अपने देवर सुनील और देवरानी के खिलाफ थाना बहादुरगढ़ में लिखित तहरीर दी है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है ।
गांव रहरूवा में इस दर्दनाक घटना के बाद मातम छा गया है। वीरेंद्र के घर पर सन्नाटा पसरा हुआ है। परिवार के लोगों की आंखों से आंसू थम नहीं रहे। ग्रामीणों का कहना है कि "सिर्फ दो गज जमीन के लिए छोटे भाई ने बड़े भाई की जान ले ली। यह बेहद शर्मनाक और दुखद है।" गांव के बुजुर्गों ने भी अफसोस जताते हुए कहा कि पहले के जमाने में भाई-भाई जमीन बांट कर भी आपस में मिलजुल कर रहते थे, लेकिन आजकल जरा-सा विवाद खून-खराबे तक पहुंच जाता है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, ताकि किसी प्रकार की अनहोनी या तनावपूर्ण स्थिति न बन पाए। आस-पड़ोस के लोग भी घरों में सहमे हुए हैं और इस घटना की चर्चा हर गली-मोहल्ले में हो रही है।
वीरेंद्र के शव को पोस्टमार्टम के बाद देर शाम तक गांव लाए जाने की संभावना है। गांव में उनके अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है। पूरे गांव में शोक का माहौल है और हजारों की संख्या में लोग अंतिम संस्कार में शामिल होने की संभावना है।