MP BJP: विगत दिनों हरदा जिले के सिराली नगर परिषद(Sirali Nagar Parishad) के भाजपा पार्षद अपनी ही पार्टी के नप अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन लेकर कलेक्टर से मिलने कलेक्ट्रेट गए थे। जहां कांग्रेस विधायक आरके दोगने का उनके साथ होना और उनका कहना कि उन्हें पार्षदों ने बुलाया था, तब वे उनके साथ गए थे।
MP BJP: विगत दिनों हरदा जिले के सिराली नगर परिषद(Sirali Nagar Parishad) के भाजपा पार्षद अपनी ही पार्टी के नप अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन लेकर कलेक्टर से मिलने कलेक्ट्रेट गए थे। जहां कांग्रेस विधायक आरके दोगने का उनके साथ होना और उनका कहना कि उन्हें पार्षदों ने बुलाया था, तब वे उनके साथ गए थे। जिस पर भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश वर्मा ने भाजपा पार्षदों को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया था। इसके जबाव में भाजपा पार्षदों ने जिलाध्यक्ष को बताया कि वे एक मत होकर नप अध्यक्ष अनिता अग्रवाल के खिलाफ आविश्वास प्रस्ताव लेकर कलेक्टर कार्यालय गए थे। वहां पर कांग्रेस विधायक आरके दोगने मिल गए थे। हमने उन्हें फोन लगाकर नहीं बुलाया, न ही अविश्वास प्रस्ताव से उनका कोई लेना-देना है।
पूर्व विधायक संजय शाह ने कहा कि सभी बातों को ध्यान में रखते हुए पार्षदों एवं अध्यक्ष से बात करने के बाद जनता के हित में पार्टी फैसला करेगी। जिससे सिराली का विकास हो सके। सिराली में विकास अभी और करना है। हम जनता व पार्षदों के साथ हैं। जल्द ही पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व को साथ में रखकर जनता के हित में निर्णय लिए जाएगा। बैठक में उपाध्यक्ष श्यामलाल बूचा, पार्षद राहुल शाह, मेराज खान ,कालूराम सेजकर, पंकज गुप्ता, नारायण बांके, विक्रम राजपूत, जितेंद्र मालवीय, भोले शंकर कुशवाह आदि उपस्थित रहे। भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश वर्मा ने कहा कि नगर परिषद सिराली के अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में हरदा विधायक आरके दोगने का कोई लेना देना नहीं है। पार्षद अपनी मर्जी से कलेक्टर से मिलने गए थे।
मंगलवार को भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश वर्मा, पूर्व विधायक संजय शाह, भाजपा मंडल अध्यक्ष अनिल राजपूत ने भाजपा पार्षद की बैठक ली। इसमें नगर परिषद में हो रही उठापटक एवं आविश्वास प्रस्ताव के संबंध में चर्चा की। उन्होंने पार्षदों को पार्टी गाइडलाइन के मुताबिक काम करने को कहा। बताया कि भाजपा पार्षदों ने जो आविश्वास प्रस्ताव का आवेदन कलेक्टर कार्यालय में दिया है। उसके संबंध में वरिष्ठ नेतृत्व से चर्चा कर जल्दी ही समस्या का समाधान किया जाएगा। सभी पार्षदों ने कहा वे अब नप अध्यक्ष अनिता अग्रवाल के भ्रष्टाचार के कामों में साथ नहीं देंगे। ना ही नगर परिषद की बैठक में जाएंगे। अनिता अग्रवाल हटेंगी, इसके बाद ही नप जाएंगे। पार्षदों ने यह भी कहा वार्डों में विकास कार्य नहीं हो रहे हैं। अनिता अग्रवाल की मनमानी व हटधर्मिता के कारण उन्हें यह कदम उठाना पड़ा।