Anti-corruption team arrested sub-inspector हरदोई में अदालत के आदेश पर दर्ज हुए मुकदमे से नाम हटाने और धाराएं कम करने को लेकर विवेचना अधिकारी ने रिश्वत मांगी। एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते समय पकड़ लिया।
Anti-corruption team arrested sub-inspector हरदोई में एंटी करप्शन टीम ने एक दरोगा को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। जिसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संगठन लखनऊ में शिकायत की गई थी। शिकायत करने वाले ने बताया था कि मुकदमे में धारा कम करने और नाम हटाने के बदले विवेचना अधिकारी रिश्वत मांग रहे हैं। शिकायत के बाद एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाया और एक अन्य दरोगा को गिरफ्तार किया। जबकि मुख्य विवेचना अधिकारी दरोगा मौके से फरार होने में सफल रहा। एंटी करप्शन टीम ने बताया है कि मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। मामला हरदोई के माधोगंज थाना क्षेत्र का है।
उत्तर प्रदेश के हरदोई में भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दरोगा को 70 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। जिसकी शिकायत माधोगंज थाना क्षेत्र के रमजानी रूईया गांव निवासी फारूक ने की थी। उन्होंने बताया कि मारपीट की घटना हुई थी। पीड़ित ने थाने में शिकायत की। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पीड़ित ने अदालत के माध्यम से थाने में मुकदमा दर्ज करवाया।
अदालत के आदेश पर माधोगंज थाने में रमजानी रूईया गांव निवासी रमीज सहित कई के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। विवेचना दरोगा जयप्रकाश को दी गई। रमीज ने अपना नाम हटाने के लिए विवेचना अधिकारी दरोगा जयप्रकाश सिरोही से संपर्क किया और अपना पक्ष रखा। विवेचना अधिकारी जयप्रकाश सिरोही ने नाम हटाने के लिए 70 हजार रुपए की डिमांड की।
रमीज ने इस संबंध में भ्रष्टाचार निवारण संगठन लखनऊ में शिकायत की। मामले की जांच के बाद एंट्री कैप्शन टीम ने जाल बिछाया और बीते सोमवार को रमीज को पैसे देने के लिए दरोगा जयप्रकाश सिरोही के पास भेजा। बातचीत के दौरान मुजफ्फरनगर थाना छपार सिंम्भावली निवासी दरोगा आकाश रोशवाल ने रमीज को माधोगंज थाना परिसर स्थित 'उपनिरीक्षक हॉस्टल' में मिलने के लिए बुलाया। पूर्व योजना के अनुसार रमीज ने दरोगा को पैसे दिए।
पैसे देते समय एंटी करप्शन टीम ने आकाश रोसवाल को पकड़ लिया। लेकिन विवेचना अधिकारी जयप्रकाश सिरोही मौके से फरार हो गया। एंटी करप्शन टीम की तरफ से बताया गया है कि कार्यालय परिसर से उपनिरीक्षक थाना माधोगंज हरदोई आकाश रोसवाल को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। जो मुकदमे की धारा घटाने और नाम हटाने के बदले रिश्वत की मांग कर रहा था। मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।