Blood Pressure Treatment Calculator: भारत, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने ब्लड प्रेशर ट्रीटमेंट एफीकेसी कैलकुलेटर विकसित किया है। यह ऑनलाइन टूल डॉक्टरों को सही दवा और खुराक चुनने में मदद करेगा और हाई ब्लड प्रेशर के इलाज में क्रांति ला सकता है।
Blood Pressure Treatment Calculator: हाई ब्लड प्रेशर आज दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक बन गया है। इसे साइलेंट किलर भी कह सकते है क्योंकि शुरुआती दौर में इसका कोई लक्षण दिखाती नहीं देता है। जब तक मरीज को इसके बारे में पता चलता है, तब तक यह दिल का दौरा, स्ट्रोक या गुर्दे की समस्या जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन चुकी होती है। दुनिया भर में लगभग 1.3 अरब लोग हाई ब्लड प्रेशर का सामना कर रहें हैं। साथ ही इसकी वजह से हर साल करीब 1 करोड़ लोगों की मौत भी हो जाती है।
इसी गंभीर स्थिति को देखते हुए भारत, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने मिलकर एक ऐसा ऑनलाइन टूल तैयार किया है, जो डॉक्टरों के लिए मरीज का इलाज आसान और सटीक बना देगा। इस टूल का नाम है। ब्लड प्रेशर ट्रीटमेंट एफीकेसी कैलकुलेटर।
इसे विकसित करने के लिए शोधकर्ताओं ने 1 लाख से अधिक मरीजों पर किए गए लगभग 500 बड़े मेडिकल ट्रायल्स के आंकड़े इकट्ठा किए और उनका गहराई से विश्लेषण किया। इसका नतीजा यह निकला कि अब डॉक्टर यह जान पाएंगे कि किस मरीज को किस दवा से सबसे ज्यादा फायदा होगा और रक्तचाप को सुरक्षित स्तर तक लाने के लिए कौन-सा इलाज उपयुक्त रहेगा।
आमतौर पर डॉक्टर हाई बीपी के इलाज की शुरुआत एक दवा से करते हैं। लेकिन यह दवा अक्सर रक्तचाप को केवल 8–9 mmHg तक ही घटा पाती है। जबकि ज़्यादातर मरीजों को ब्लड प्रेशर में 15–30 mmHg तक की कमी की आवश्यकता होती है। यही कारण है कि सही दवा और सही खुराक चुनना बेहद जरूरी हो जाता है।
यह नया ऑनलाइन कैलकुलेटर इसी समस्या का समाधान करता है। यह अलग-अलग दवाओं और उनकी डोज का औसत असर बताता है और उन्हें तीन स्तरों में बांटता है, निम्न, मध्यम और उच्च तीव्रता। डॉक्टर इस जानकारी के आधार पर तय कर सकते हैं कि मरीज को कौन-सी दवा और कितनी खुराक देनी चाहिए।
इस टूल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि अब मरीजों को ट्रायल-एंड-एरर पद्धति से नहीं गुजरना पड़ेगा। शुरुआत से ही सही इलाज मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। लंबे समय में यह कैलकुलेटर दिल की बीमारियों और स्ट्रोक जैसी समस्याओं से लाखों जिंदगियां बचाने में अहम भूमिका निभा सकता है।