AI in Healthcare: AI आजकल कई कामों को फास्ट और संभव बना रहा है। AI और स्मार्टफोन डिजिटल हेल्थ को एक नए स्तर पर ले जा रहे हैं। ये शुरुआती चरण में कैंसर की पहचान को तेज, सटीक और आसान बना रहे हैं। आइए जनते हैं कैसे?
Cancer Early Diagnosis: कैंसर भारत और दुनियाभर में सबसे बड़ी स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है। देरी से इसका पता चलने की वजह से इलाज में बी देरी हो जाती है और यह सफर बेहद कठिन हो सकता है। लेकिन यहां एक बड़ा बदलाव लाने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का बहुत बड़ा हाथ है।
AI अब सिर्फ विज्ञान तक ही सीमित नहीं रह गया है। यह डॉक्टरों द्वारा कैंसर का पता लगाने और उसका इलाज करने के तरीके को बदल रहा है । शक्तिशाली एल्गोरिदम और मशीन लर्निंग मॉडल के साथ, AI इसमें तेजी ला रहा है।
Digital Health मतलब स्वास्थ्य देखभाल में तकनीक का उपयोग है, जैसे मोबाइल ऐप्स, स्मार्टवॉच, टेलीमेडिसिन। और AI वो मशीन है जिसमें सोचने और सीखने की क्षमता है और वो स्वास्थ्य डेटा को समझकर सही निर्णय ले सकता है।
AI और स्मार्टफोन मिलकर कैंसर के शुरुआती संकेतों को पहचानने में मदद कर सकते हैं। जैसे
AI कैंसर कोशिकाओं की तस्वीरें (जैसे MRI, CT स्कैन, या त्वचा की फोटो) देखकर असामान्य बदलाव पहचान सकता है।
स्मार्टफोन का कैमरा और सेंसर तकनीक से त्वचा, आंख, या अन्य अंगों में संभावित कैंसर के लक्षण ट्रैक किए जा सकते हैं।
AI बड़े पैमाने पर मेडिकल रिकॉर्ड और टेस्ट रिजल्ट्स का विश्लेषण करके उच्च जोखिम वाले रोगियों की पहचान कर सकता है।
स्मार्टफोन ऐप्स मरीजों को नियमित स्क्रीनिंग, टेस्ट या दवा लेने के बारे में याद दिला सकते हैं।
जल्दी पहचान से उपचार का समय बढ़ जाता है और सफल होने की संभावना अधिक होती है।
डॉक्टरों पर लोड कम होता है, क्योंकि AI प्राथमिक स्क्रीनिंग कर सकता है।
मरीज घर बैठे ही मॉनिटर और जांच कर सकते हैं।