Causes of Gas in stomach : पेट में गैस बनने की समस्या आजकल बहुत आम हो गई है, और इसके पीछे मुख्य कारण हमारे खानपान की गड़बड़ी और असंतुलित जीवनशैली है। फिजिकल एक्टिविटी की कमी और अनहेल्दी खानपान इसके प्रमुख कारण हैं, जो गैस की समस्या को बढ़ाते हैं।
Causes of Gas in stomach : आयुर्वेद के अनुसार, शरीर में दोषों का असंतुलन विभिन्न शारीरिक समस्याओं को जन्म देता है। वात, पित्त और कफ इन दोषों के संतुलन से शरीर स्वस्थ रहता है, लेकिन जैसे ही इनका असंतुलन होता है, शरीर में कई रोग उत्पन्न हो जाते हैं। पेट में गैस बनना भी एक ऐसी समस्या है जो मुख्य रूप से वात दोष के विकृत होने के कारण उत्पन्न होती है।
अत्यधिक भोजन करने से पेट में अनावश्यक दबाव पड़ता है, जिससे पाचन में रुकावट आती है और गैस बनने की समस्या उत्पन्न होती है।
पेट में बैक्टीरिया का अत्यधिक उत्पादन गैस निर्माण को बढ़ा सकता है। यह स्थिति पाचन क्रिया को प्रभावित करती है और गैस की समस्या को जन्म देती है।
जब हम खाने के दौरान बातें करते हैं या जल्दी-जल्दी खाते हैं, तो हवा हमारे पेट में चली जाती है, जिससे गैस बनने का खतरा बढ़ता है।
पेट में अम्ल का अत्यधिक निर्माण गैस बनने का प्रमुख कारण हो सकता है, खासकर जब खाने के बाद पेट में जलन महसूस हो।
कुछ लोगों को दूध और दूध से बने उत्पादों से गैस की समस्या हो सकती है। यह विशेष रूप से उन लोगों में अधिक होता है, जिन्हें लैक्टोज असहिष्णुता होती है।
शराब का अधिक सेवन भी पाचन क्रिया को प्रभावित करता है और पेट में गैस बनने की समस्या को बढ़ाता है।
मानसिक तनाव, चिंता और चिंता के कारण पेट में गैस बनने की समस्या और भी बढ़ सकती है। यह वात दोष के विकृत होने का कारण बन सकता है।
एसिडिटी, बदहजमी और कब्ज जैसी समस्याएं भी पेट में गैस बनने का कारण बन सकती हैं। जब आंतों में गड़बड़ी होती है, तो गैस निर्माण अधिक होता है।
जंक फूड और तली-भुनी चीजें पेट में भारीपन पैदा करती हैं, जिससे गैस की समस्या उत्पन्न होती है।
राजमा, छोले, उड़द दाल, लोबिया जैसी दालों में उच्च मात्रा में रेजिन होते हैं, जो गैस उत्पन्न कर सकते हैं।
आयुर्वेद में गैस की समस्या को सही आहार और जीवनशैली के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है। यहाँ कुछ उपाय दिए जा रहे हैं:
वात शमन आहार: वात को शांत करने के लिए ताजे और गर्म भोजन का सेवन करें। मसालेदार और ठंडे भोजन से बचें।
योग और व्यायाम: नियमित रूप से योग और व्यायाम करने से पाचन क्रिया में सुधार होता है, जिससे गैस की समस्या कम होती है।
स्मार्ट खानपान: खाने को ठीक से चबाकर खाएं और खाने के बाद तुरंत पानी न पिएं। यह गैस की समस्या को नियंत्रित करता है।
चिंता को कम करना: मानसिक शांति बनाए रखने के लिए ध्यान और योग का अभ्यास करें।
पेट में गैस बनने की (Causes of Gas in stomach) समस्या आयुर्वेद के अनुसार वात दोष के असंतुलन के कारण उत्पन्न होती है। सही आहार, जीवनशैली और मानसिक शांति के उपायों से इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। यदि गैस की समस्या बढ़ती है, तो डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक होता है, ताकि इसका सही इलाज किया जा सके।
अस्वीकरण: यह सामग्री और इसमें दी गई सलाह केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी योग्य चिकित्सकीय सलाह का स्थान नहीं लेती। हमेशा अधिक जानकारी के लिए किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श करें। patrika.com इस जानकारी के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है।