Cold Hands and Feet Warning : अगर आपके हाथ-पैर हमेशा ठंडे रहते हैं, तो यह ब्लड सर्कुलेशन कमजोर होने का संकेत हो सकता है। जानिए इसके मुख्य कारण, लक्षण और प्राकृतिक उपाय जिससे आप अपने रक्त प्रवाह को बेहतर बना सकते हैं।
Cold Hands and Feet Warning : ठंडे हाथ-पैर सिर्फ असहज ही नहीं होते ये खराब ब्लड सर्कुलेशन का संकेत भी हो सकते हैं। ब्लड सर्कुलेशन शरीर द्वारा हृदय से मांसपेशियों, त्वचा और अंगों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाने की प्रक्रिया है। जब ब्लड फ्लो बाधित होता है तो हाथ-पैर ठंडे, सुन्न या झुनझुनी महसूस हो सकते हैं। समय के साथ, अपर्याप्त रक्त संचार अधिक गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है, जैसे ऊतक क्षति, धीरे-धीरे ठीक होने वाले घाव या अल्सर। खराब ब्लड सर्कुलेशन के कई कारण हो सकते हैं, जैसे उम्र, हाई ब्लड प्रेशर, डायबीटाज, मोटापा और कुछ चिकित्सीय स्थितियां। अच्छी खबर यह है कि लाइफ स्टाइल में बदलाव बहुत बड़ा बदलाव ला सकते हैं। नियमित व्यायाम, पर्याप्त पानी पीना, हृदय के लिए स्वस्थ आहार लेना, अपने पैरों को ऊपर उठाना और कम्प्रेशन स्टॉकिंग्स पहनना, ये सभी ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने और समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने के प्रभावी तरीके हैं।
आपके ऊतकों और अंगों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए ब्लड सर्कुलेशन महत्वपूर्ण है। आपका हार्ट एक पंप की तरह काम करता है, जो धमनियों, शिराओं और केशिकाओं के एक नेटवर्क के माध्यम से ब्लड को धकेलता है। जब यह प्रणाली प्रभावित होती है, तो ऊतकों को पर्याप्त ऑक्सीजन या पोषक तत्व नहीं मिल पाते, जिससे घाव भरने की प्रक्रिया धीमी हो सकती है, ऊर्जा कम हो सकती है और हाथ-पैर जैसे अंग ठंडे लग सकते हैं। खराब ब्लड सर्कुलेशन से परिधीय धमनी रोग या हृदय संबंधी समस्याओं जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ सकता है।
खराब ब्लड सर्कुलेशन को जल्दी पहचानने से जटिलताओं को रोकने में मदद मिल सकती है। विशिष्ट लक्षणों में शामिल हैं:
यदि आप इन लक्षणों को नियमित रूप से देखते हैं, तो यह ब्लड सर्कुलेशन संबंधी समस्याओं का संकेत हो सकता है जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
खराब ब्लड सर्कुलेशन (रक्त परिसंचरण) एक ऐसी समस्या है जो या तो धीरे-धीरे बढ़ती है या फिर कुछ खास बीमारियों की वजह से पैदा होती है। इसे आम बोलचाल की भाषा में कहें तो, शरीर में खून का दौरा धीमा पड़ जाना।
यह एथेरोस्क्लेरोसिस का ही एक रूप है, जो खासकर पैरों और पंजों की धमनियों को प्रभावित करता है। इसके कारण आपके पैरों में दर्द, सुन्नपन और घावों का देर से भरना जैसी समस्याएं होती हैं। यह अक्सर दिल की बीमारी से जुड़ा होता है।
जब आपका दिल पूरी क्षमता से खून पंप नहीं कर पाता, तो पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन धीमा पड़ जाता है। परिणामस्वरूप, आपके हाथ-पैर को पर्याप्त ऑक्सीजन और जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते।
लंबे समय तक बैठने या खड़े रहने के बाद पैरों को दिल के लेवल से ऊपर रखें। इससे खून आसानी से दिल की ओर जाता है और सूजन व थकान कम होती है।
वॉकिंग, योग या हल्का व्यायाम सर्कुलेशन बढ़ाने के लिए बेहतरीन हैं।
लंबे समय तक बैठे रहें तो पैर हिलाएं या स्ट्रेच करें।
डिहाइड्रेशन से खून गाढ़ा हो जाता है। दिनभर में 6–8 गिलास पानी जरूर पिएं ताकि ब्लड फ्लो सुचारू रहे।
फल, सब्जियां, साबुत अनाज और मछली खाएं।
तली-भुनी व प्रोसेस्ड चीज़ें कम करें ताकि धमनियां साफ रहें और सर्कुलेशन बेहतर हो।
लंबे समय तक खड़े या बैठे रहते हैं तो कम्प्रेशन सॉक्स पहनें।
ये खून को दिल की ओर बहने में मदद करते हैं और पैरों की सूजन घटाते हैं।
डिसक्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।