AIIMS की ताजा स्टडी में खुलासा, COVID-19 वैक्सीन और अचानक मौत के बीच कोई सीधा संबंध नहीं। जानिए सच्चाई और असली कारण।
COVID Vaccine Sudden Death: कोरोना महामारी के बाद से ही सोशल मीडिया पर कई तरह की आशंकाएं और अफवाहें फैलती रही हैं। हाल के समय में एक बार फिर यह दावा जोर पकड़ रहा है कि COVID-19 वैक्सीन लेने के बाद युवाओं में अचानक मौत के मामले बढ़ गए हैं। इन दावों ने लोगों के मन में डर और भ्रम पैदा कर दिया है। लेकिन अब इस विषय पर AIIMS (ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़) की एक अहम स्टडी सामने आई है, जो इन अफवाहों की सच्चाई उजागर करती है।
AIIMS ने उन मामलों का गहराई से अध्ययन किया, जिनमें वैक्सीन लगने के कुछ समय बाद अचानक मौत की खबरें सामने आई थीं। इस अध्ययन में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, मेडिकल हिस्ट्री और अन्य वैज्ञानिक तथ्यों का विश्लेषण किया गया। स्टडी के निष्कर्ष साफ बताते हैं कि COVID-19 वैक्सीन और अचानक मौत के बीच कोई सीधा संबंध नहीं पाया गया। अध्ययन में यह भी सामने आया कि जिन लोगों की मौत हुई, उनमें से अधिकतर पहले से ही हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर, फेफड़ों की बीमारी या अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे।
AIIMS की रिपोर्ट के अनुसार, अचानक मौत के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे दिल का दौरा (हार्ट अटैक), अनडायग्नोज्ड हार्ट डिजीज, जेनेटिक हार्ट कंडीशन, लाइफस्टाइल से जुड़ी समस्याएं जैसे तनाव, स्मोकिंग और गलत खान-पान, इन कारणों का वैक्सीन से कोई वैज्ञानिक संबंध साबित नहीं हुआ है।
किसी भी व्यक्ति की मौत को केवल वैक्सीन से जोड़ देना वैज्ञानिक दृष्टि से सही नहीं माना जाता। मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोई भी निष्कर्ष निकालने से पहले विस्तृत जांच, पोस्टमॉर्टम और डेटा एनालिसिस जरूरी होता है। बिना प्रमाण के फैल रही अफवाहें समाज में डर पैदा करती हैं और सार्वजनिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
भारत और दुनिया भर में करोड़ों लोगों को COVID-19 वैक्सीन दी जा चुकी है। बड़े स्तर पर किए गए अध्ययनों से यह साबित हुआ है कि वैक्सीन गंभीर बीमारी, अस्पताल में भर्ती होने और मौत के खतरे को काफी हद तक कम करती है। कुछ मामूली साइड इफेक्ट्स सामान्य हैं, लेकिन गंभीर दुष्प्रभाव बहुत दुर्लभ पाए गए हैं।