Yuzvendra Chahal Health Update: क्रिकेटर युजवेंद्र चहल को डेंगू और चिकनगुनिया हुआ। जानें इसके लक्षण, खतरे, रिकवरी टाइम और डॉक्टर के बताए बचाव के उपाय।
Yuzvendra Chahal Health Update: भारतीय क्रिकेटर युजवेंद्र चहल ने हाल ही में सोशल मीडिया पर बताया कि वह डेंगू और चिकनगुनिया दोनों संक्रमणों से जूझ रहे हैं। इसी वजह से वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल में नहीं खेल पाए। चहल का मामला ये दिखाता है कि मच्छर से फैलने वाली बीमारियां सिर्फ आम लोगों ही नहीं, बल्कि फिट खिलाड़ियों को भी गंभीर रूप से बीमार कर सकती हैं।
भारत में खासकर मानसून और उसके बाद के महीनों में डेंगू और चिकनगुनिया के मामले तेजी से बढ़ते हैं। बाहर खेलना, ज्यादा यात्रा करना और मच्छरों वाले इलाकों में रहना, संक्रमण का खतरा और बढ़ा देता है।
डेंगू एक वायरल बीमारी है, जो Aedes aegypti मच्छर के काटने से फैलती है। ये मच्छर ज्यादातर दिन के समय काटता है। डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, आंखों के पीछे दर्द, सिरदर्द, बदन और जोड़ों में तेज दर्द, उल्टी, जी मिचलाना, शरीर पर चकत्ते जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। गंभीर मामलों में डेंगू से प्लेटलेट्स गिर सकते हैं, अंदरूनी ब्लीडिंग हो सकती है और समय पर इलाज न मिले तो जान का खतरा भी बन सकता है।
चिकनगुनिया भी उसी Aedes मच्छर से फैलता है। इसमें अचानक तेज बुखार के साथ जोड़ों में इतना दर्द होता है कि चलना-फिरना मुश्किल हो जाता है। कई मरीजों में बुखार तो एक हफ्ते में उतर जाता है, लेकिन जोड़ों का दर्द महीनों या सालों तक बना रह सकता है। रिसर्च बताती है कि कुछ लोगों को 2–3 साल तक जोड़ों की परेशानी रहती है। खिलाड़ियों के लिए यह और भी खतरनाक हो सकता है।
डॉक्टरों के मुताबिक, क्योंकि दोनों बीमारियां एक ही मच्छर से फैलती हैं, इसलिए एक ही व्यक्ति को दोनों संक्रमण साथ में हो सकते हैं, जैसा चहल के केस में हुआ। ऐसे मरीजों में तेज बुखार, असहनीय बदन दर्द, बहुत ज्यादा कमजोरी, रिकवरी में ज्यादा समय देखा जाता है।
जनरल फिजिशियन डॉ. टी.पी. शर्मा कहते हैं, “डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव का सबसे बड़ा तरीका है मच्छर को पनपने से रोकना और खुद को मच्छर के काटने से बचाना।” डॉ. शर्मा के मुताबिक सुबह और शाम मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे लगाएं। घर में पानी जमा न होने दें, कूलर, बाल्टी, गमले साफ रखें। पूरी बांह के कपड़े पहनें साथ ही तेज बुखार या बदन दर्द हो तो खुद से दवा न लें। प्लेटलेट्स गिरने या ब्लीडिंग के लक्षण हों तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। अगर डेंगू या चिकनगुनिया में पेट में तेज दर्द, लगातार उल्टी, नाक या मसूड़ों से खून, बहुत ज्यादा सुस्ती या सांस लेने में दिक्कत तो तुरंत अस्पताल जाएं।