स्वास्थ्य

Depression in Youth: भारत के 8 प्रमुख शहरों में सर्वेक्षण, क्यों 70% युवा हो रहे हैं डिप्रेशन का शिकार?

Depression in Youth: हाल ही में भारत के 8 प्रमुख शहरों में किए गए एक अध्ययन में 2000 बच्चों और किशोरों के साथ हुए सर्वे में यह चौंकाने वाली बात सामने आई है कि करीब 70% युवा किसी न किसी रूप में डिप्रेशन का सामना कर रहे हैं।

2 min read
Oct 11, 2025
Depression among Indian students|फोटो सोर्स – Freepik

Depression in Youth: आज की तेज रफ्तार भरी जिंदगी और उलझन भरी लाइफस्टाइल, करियर का दबाव, सोशल मीडिया और सामाजिक अपेक्षाओं का सीधा असर आज के युवाओं और बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है।हाल ही में भारत के 8 प्रमुख शहरों में किए गए एक अध्ययन में 2000 बच्चों और किशोरों के साथ हुए सर्वे में यह चौंकाने वाली बात सामने आई है कि करीब 70% युवा किसी न किसी रूप में डिप्रेशन (अवसाद) का सामना कर रहे हैं।आइए, इस समस्या से जुड़ी अहम जानकारियों पर नजर डालते हैं इसके समाधान क्या हो सकते हैं?

ये भी पढ़ें

Mental Health : डिप्रेशन, बुरे ख्याल और भ्रम: गंभीर मानसिक समस्याओं का इलाज क्या है? थेरेपी या सिर्फ दवा?

पढ़ाई और करियर की रेस में युवा क्यों टूट रहे हैं?

ये सर्वे अमरावती स्थित SRM यूनिवर्सिटी और सिंगापुर की एक यूनिवर्सिटी ने मिलकर किया, जिसमें दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, पुणे, अहमदाबाद और कोलकाता के करीब दो 2000 छात्रों की राय ली गई।इन छात्रों की उम्र 18 से 29 साल के बीच थी।

ग्रेड्स, करियर का दबाव और सामाजिक अपेक्षाएं

उन्होंने खुलकर बताया कि ग्रेड्स, करियर का दबाव और सामाजिक अपेक्षाएं उन्हें मानसिक रूप से कमजोर बना रही हैं। किसी को डर है कि नंबर कम आए तो परिवार नाराज होगा, तो कोई इस सोच में डूबा है कि अगर इस बार फेल हो गया, तो भविष्य अधूरा रह जाएगा।इस सर्वे में एक छात्रा ने कहा, "हर कोई मुझसे 'बेस्ट' बनने की उम्मीद करता है, लेकिन कोई ये नहीं पूछता कि मैं कैसा महसूस कर रही हूं।" यह वाक्य अकेला नहीं है अधिकांश छात्र भावनात्मक थकान और अकेलेपन का सामना कर रहे हैं।

मानसिक स्वास्थ्य पर अब बात होनी चाहिए, और हो रही है

सर्वे से जुड़े सिंगापुर यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों का कहना है कि अकादमिक दबाव और सामाजिक प्रतिस्पर्धा युवाओं के मानसिक विकास को प्रभावित कर रही है। इसलिए जरूरी है कि यूनिवर्सिटीज और संस्थान खुलकर मेंटल हेल्थ पर बातचीत करें, छात्रों को सिर्फ पढ़ाई नहीं, बल्कि भावनात्मक सहारा भी दिया जाए।

कुछ प्रतिष्ठित संस्थान अब इस दिशा में पहल कर रहे हैं

IIT खड़गपुर ने ‘सेतु’ नाम से एक ऐप लॉन्च किया है, जो छात्रों को मेंटल हेल्थ सपोर्ट करता है।
IIT गुवाहाटी में पहले साल के छात्रों के लिए काउंसलिंग अनिवार्य कर दी गई है।
IIT कानपुर में सहकर्मी सहायता सत्र और मेंटल हेल्थ आउटरीच प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं।
IIT दिल्ली में नियमित तौर पर मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा की जाती है।
IIT बॉम्बे ने डॉक्टरों और एक्सपर्ट्स के साथ साझेदारी की है ताकि छात्र जरूरत पड़ने पर तुरंत मदद ले सकें।

युवाओं में डिप्रेशन से निपटने के 5 उपाय

  • मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लें
  • सोशल मीडिया का सीमित उपयोग
  • खुलकर बातचीत को बढ़ावा दें
  • नियमित व्यायाम और नींद
  • अपने शौक और रुचियों को समय दें

ये भी पढ़ें

ब्लड प्रेशर और एंग्जायटी के लिए Shilpa Shetty का हेल्थ मंत्र, ऐसे करें यह प्राणायाम मिल सकता है फायदा

Also Read
View All

अगली खबर