Milk Heart Health: कई सालों से पूरा दूध हार्ट के लिए हानिकारक माना जाता रहा है, लेकिन नई स्टडी बताती है कि फुल-फैट दूध दिल को नुकसान नहीं बल्कि सुरक्षा भी दे सकता है।
Milk Heart Health: कई दशकों से फुल-फैट दूध को हार्ट हेल्थ के लिए बुरा माना जाता रहा है। लोग कहते थे कि यह कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है और धमनियों में जमा हो जाता है। लेकिन हाल ही में हुए CARDIA स्टडी ने इस सोच को थोड़ा उलट दिया है। इस स्टडी में 1980 के दशक के मध्य से 3,000 से ज्यादा लोगों को 25 साल तक फॉलो किया गया। शोधकर्ताओं का मकसद यह देखना था कि युवावस्था में दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन हार्ट की धमनियों में कैल्शियम जमा होने (CAC) से कैसे जुड़ा है। CAC यानी अरटरी में कैल्शियम जमा होना, हार्ट डिजीज का शुरुआती संकेत हो सकता है।
3,110 प्रतिभागियों में से 904 लोगों में समय के साथ कैल्शियम जमा होने के लक्षण पाए गए। जब शोधकर्ताओं ने उनकी खाने-पीने की आदतों का विश्लेषण किया, तो उन्होंने हैरानीजनक नतीजा पाया, जो लोग ज्यादा फुल-फैट दूध, दही या चीज खाते थे, उनमें अरटरी में नुकसान कम देखा गया। साधारण शब्दों में कहें तो, जो लोग नियमित रूप से फुल-फैट डेयरी का सेवन करते थे, उनकी धमनियों में कैल्शियम जमा होने की संभावना कम थी, उन लोगों के जो कम-फैट या कम डेयरी खाते थे।
पुराने समय में सोचा जाता था कि दूध में फैट, कोलेस्ट्रॉल बढ़ना, हार्ट डिजीज का कारण बन सकता है। लेकिन शरीर इतना सिंपल नहीं है। फुल-फैट डेयरी में कई तरह की फैटी एसिड्स होती हैं। इनमें कुछ HDL कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने और इन्फ्लेमेशन घटाने वाले भी होते हैं, जो दिल के लिए फायदेमंद हैं। इसके अलावा, जो लोग ज्यादा डेयरी खाते थे, उनका BMI थोड़ा कम पाया गया, जिससे लगता है कि डेयरी खाने से पेट जल्दी भरा महसूस होता है और लोग बाकी डायट में ओवरईटिंग नहीं करते।
ध्यान रहे, यह स्टडी सिर्फ संबंध दिखाती है, कारण नहीं। यानी कि फुल-फैट दूध पीने से सीधा हार्ट ठीक रहेगा, यह साबित नहीं हुआ। हार्ट हेल्थ पर डीट, जीन, एक्टिविटी जैसे फैक्टर्स भी बहुत मायने रखते हैं। एक्सपर्ट अब मानते हैं कि सिर्फ फैट पर ध्यान देने के बजाय पूरे खाने के पैटर्न को देखें। डेयरी का सेवन संतुलित और न्यूट्रिएंट-रिच डायट के हिस्से के रूप में होना चाहिए, न कि जंक और हाई-सुगर फूड्स के साथ।