Viral Myositis Symptoms: 9 साल की बच्ची फ्लू के बाद अचानक चल नहीं पाई। डॉक्टरों ने बताया दुर्लभ वायरल मायोसाइटिस। माता-पिता इन चेतावनी संकेतों को जरूर पहचानें।
Viral Myositis Symptoms: यह कहानी एक ऐसी हेल्थ वार्निंग है, जिसे हर माता-पिता को जानना चाहिए, क्योंकि कभी-कभी एक साधारण दिखने वाला फ्लू भी बच्चों के लिए खतरे का संकेत बन सकता है। अमेरिका के मिशिगन में रहने वाली 9 साल की तोरी (Tori) के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। शुरुआत में तोरी को बिल्कुल आम फ्लू जैसे लक्षण थे, बुखार, ठंड लगना और बहुत ज़्यादा थकान। उसकी मां ऐशली को लगा कि कुछ दिन आराम, दवाइयां और पानी पीने से सब ठीक हो जाएगा। लेकिन असली परेशानी तब शुरू हुई जब बुखार उतरने के बाद तोरी की हालत और खराब होने लगी।
फ्लू में हल्का बदन दर्द होना आम बात है, इसलिए जब तोरी ने अपने पैरों में दर्द बताया तो ऐशली को शुरुआत में ज्यादा चिंता नहीं हुई। लेकिन दर्द जैसे-जैसे बढ़ता गया, वह अजीब लगने लगा। पहले जांघों में दर्द था, फिर वह नीचे की ओर पिंडलियों तक पहुंच गया।
तोरी बार-बार कह रही थी कि उसके पैरों में इतनी कमजोरी है कि वह ठीक से खड़ी भी नहीं हो पा रही। ऐशली उसे तुरंत क्लिनिक ले गईं, लेकिन डॉक्टरों ने इसे साधारण फ्लू रिकवरी का हिस्सा मानकर आराम और हाइड्रेशन की सलाह दे दी। डॉक्टरों ने तोरी को अगले दिन स्कूल जाने तक की अनुमति दे दी! लेकिन अगले दिन सुबह हालात ने पूरी तस्वीर बदल दी। तोरी खड़ा होने की कोशिश करते ही ज़मीन पर गिर पड़ी, दर्द इतना तेज था कि वह एक कदम भी नहीं चल पाई। यही वह पल था जब ऐशली समझ गईं कि अब इंतजार नहीं किया जा सकता। वह तुरंत उसे लेकर इमरजेंसी रूम पहुंचीं।
हॉस्पिटल में कई टेस्ट हुए और आखिरकार असली वजह सामने आई, Benign Acute Childhood Myositis, यानी फ्लू के बाद होने वाली एक दुर्लभ मांसपेशियों की सूजन, जो खासतौर पर बच्चों को प्रभावित करती है। NIH की रिपोर्ट के मुताबिक इस बीमारी में अचानक पिंडलियों में तेज दर्द होता है और बच्चा चलने में असमर्थ हो जाता है। कई डॉक्टरों को भी इसके बारे में जानकारी नहीं होती, इसलिए सही डायग्नोसिस में देर हो जाती है, यही ऐशली के साथ भी हुआ।
तोरी को अस्पताल में IV फ्लूड, दर्द कम करने की दवाइयां और लगातार मॉनिटरिंग दी गई। कुछ दिन के इलाज के बाद दर्द कम हुआ, लेकिन फिर भी उसे सामान्य रूप से चलने में लगभग एक हफ्ता लगा। धीरे-धीरे उसकी ताकत लौट आई और वह फिर से पहले जैसी सक्रिय बच्ची बन गई।
इस घटना ने तोरी की मां को अंदर तक हिला दिया। इसलिए उन्होंने पूरा अनुभव TikTok पर शेयर किया, जहां यह वीडियो 7 लाख से ज्यादा व्यूज़ पार कर चुका है। उनका सबसे बड़ा संदेश ये है, अगर बच्चा कह रहा है कि दर्द “सामान्य नहीं” है, तो इस बात को नजरअंदाज मत करें। माता-पिता का अंतर्ज्ञान कई बार जान बचा सकता है। ऐशली चाहती हैं कि उनकी कहानी से दूसरे माता-पिता समय रहते फ्लू से जुड़ी इस दुर्लभ कंप्लिकेशन को पहचान सकें।