H3N2 फ्लू के केस अचानक बढ़े, UK-India में तेजी से फैल रहा है। जानें इसके लक्षण, खतरा किनको ज्यादा, और बचाव के जरूरी तरीके, डॉक्टरों की चेतावनी।
H3N2 एक तरह का इन्फ्लुएंजा A वायरस है, जो हर साल दुनिया भर में बड़ी संख्या में लोगों को फ्लू करता है। हर सीजन में यह लगभग 10-20% लोगों को संक्रमित करता है। CDC के हिसाब से यह वायरस सबसे पहले 1968 में पक्षियों से इंसानों में आया और तब से लगातार बदलता और मजबूत होता जा रहा है। यही वजह है कि कई बार वैक्सीन भी इस पर कम असर कर पाती है।
H3N2 की सतह पर छोटे-छोटे स्पाइक प्रोटीन होते हैं, जो आपकी नाक और गले की कोशिकाओं पर ऐसे चिपकते हैं जैसे वेल्क्रो। एक बार चिपकने के बाद यह सेल के अंदर घुस जाता है, और सेल को धोखा देकर हजारों नए वायरस बनाने लगाता है।
एक सेल से 6-8 घंटे में करीब 10,000 नए वायरस निकल सकते हैं, यानी फैलने की स्पीड बहुत तेज! नई रिसर्च में पाया गया है कि आधुनिक H3N2 ने अपनी सतह पर सुगरी शील्ड जोड़ ली है, जिससे आपकी इम्यूनिटी उसे पहचान ही नहीं पाती। इसी वजह से यह पहले से ज्यादा ताकतवर बन गया है।
ठंडी और सूखी हवा में यह वायरस ज्यादा देर तक टिकता है। लोग घरों में बंद रहते हैं, जिससे संक्रमण तेजी से फैलता है। बच्चों और बुजुर्गों में यह खतरा 4 गुना ज्यादा होता है। भारत में 2025 के टेस्ट के मुताबिक, अक्टूबर-दिसंबर में 20% सैंपल H3N2 पॉजिटिव मिले।
यूके में इस साल H3N2 के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। हफ्ता 48 में फ्लू पॉजिटिविटी 11.6% से बढ़कर 17.1% हो गई। बच्चों (5-14 साल) में पॉजिटिविटी सबसे ज्यादा- 43.6%। अस्पताल में भर्ती होने वाले मामलों में 56% बढ़ोतरी। इस बार जो नया सबक्लेड फैला है (J.2.4.1), वह काफी तेजी से फैलने वाला माना जा रहा है।
इसके कई लक्षण हैं, जिसमें तेज बुखार (38-40°C), सूखी खांसी, गला खराब, शरीर दर्द, कमजोरी और थकान, बुजुर्गों में निमोनिया का खतरा (5-10%) WHO के अनुसार, H3N2 की गंभीरता H1N1 से 1.5 गुना ज्यादा है। ये वायरस छींक खांसी की बूंदों से 1 मीटर तक फैलता है। सतहों पर 48 घंटे तक जीवित रह सकता है। तीसरे-चौथे दिन वायरस सबसे ज्यादा फैलता है।
इससे बचने के लिए हर साल फ्लू शॉट लगवाएं (40-60% तक सुरक्षा देता है) किसी को फ्लू हो तो 5-7 दिन तक घर में रहें, खूब पानी पिएं, आराम करें। 48 घंटे के अंदर दवा (oseltamivir) शुरू करने से बीमारी 30% कम गंभीर होती है। हाथ धोना, मास्क और सफाई बड़ी हेल्प करते हैं। विटामिन D इम्यूनिटी को मजबूत करता है।