Joint Pain Home Remedies: 2015 का अध्ययन का मानना है कि जिन्हें पैर, घुटने, या अन्य जोड़ों के दर्द की समस्या होती है ऐसे लोगों कि लिए जब भी तापमान गिरता है जोड़ों के दर्द की समस्या बढ़ जाती है। यदि आप इससे फायदा चाहते हैं तो आपके लिए ये घरेलू उपाय फायदेमंद हो सकते हैं।
Joint Pain Home Remedies: ठंड के मौसम में जॉइंट पेन की बढ़ना एक मुसीबत पैदा कर देता है। जॉइंट पेन के कारण लोग सही से चल फिर भी नहीं सकते हैं। 2015 में प्रकाशित अध्ययन जर्नल ऑफ रूमेटोलॉजी से पता चलता है कि जिन्हें घुटने, पैर या अन्य जोड़ों के दर्द की समस्या है, जब भी तापमान गिरता है तो उनकी समस्या बढ़ जाती है। अध्ययन में 810 ऑस्टियोअर्थराइटिस से पीड़ित लोगों का डेटा था और इसी आधार पर प्रतिदिन का तापमान का असर देखा।
हल्दी फायदेमंद
हल्दी का उपयोग दर्द, पुरानी चोटों और शरीर के दर्द से राहत पाने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, हल्दी में मौजूद कर्क्यूमिन तत्व सूजन को कम करने में सहायक होता है।
अदरक फायदेमंद
अदरक में जिंजरोल नामक यौगिक मौजूद होता है, जो सूजन को कम करने में सहायक होता है। अदरक का सेवन करने से दर्द निवारक एंजाइम्स का उत्पादन भी बढ़ता है। इससे न केवल दर्द में कमी आती है, बल्कि घुटनों की गतिविधियों में भी सुधार होता है।
हेल्दी डाइट
हमारी सेहत पर डाइट का गहरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए, यह आवश्यक है कि हम अपने आहार में उन खाद्य पदार्थों को शामिल करें जो जोड़ों की सेहत को सुधारने में मदद करते हैं। दूध, विटामिन ई से भरपूर खाद्य पदार्थ, और ओमेगा 3 फैटी एसिड से युक्त ठंडी पानी की मछलियाँ, जैसे सामन और मैकरील, का सेवन लाभकारी होता है। जंक फूड से बचना चाहिए।
जॉइंट फ्ल्यूइड के गाढ़े होने के कारण
ऑर्थोपेडिक इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट बताती है कि जोड़ों में सिनोवियल फ्ल्यूइड मौजूद होता है जो एक शॉक-ऐब्सोर्बेर की तरह की काम करता है। ऐसे में जब तापमान गिरता है तो तब फ्ल्यूइड गाढ़ा हो जाता है और सही तरह इसका फ्लो नहीं रह पाता है, जिसकी वजह से जॉइंट हार्ड हो जाता है और दर्द बढ़ने लगता है।
फिजिकल एक्टिविटीज नहीं करना
ठंड के मौसम में आलस्य के कारण शारीरिक गतिविधियों में कमी आ जाती है, जिससे पहले से ही जोड़ों के दर्द से पीड़ित व्यक्तियों की समस्या बढ़ जाती है। इसलिए, नियमित रूप से प्राणायाम, योग और व्यायाम करना आवश्यक है। सर्दियों में अपनी दैनिक दिनचर्या में सुधार लाना भी महत्वपूर्ण है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।