Impact of Junk Food On Brain: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में फास्ट फूड और जंक फूड का सेवन आम हो गया है। लेकिन हाल ही में आई एक नई स्टडी ने चौंकाने वाला खुलासा किया है, जिसमें पाया गया कि सिर्फ 4 दिन तक लगातार जंक फूड खाने से दिमाग पर गंभीर असर पड़ सकता है।
Brain Damage From Junk Food: आजकल लोग जल्दबाजी में बिना सोचे समझे कुछ भी खा लेते हैं। बच्चे हों या बड़े जंक फूड न केवल आपके शरीर को प्रभावित करता है, बल्कि यह आपके मस्तिष्क की सोचने समझने की को भी तेजी से प्रभावित कर सकता है। न्यूरॉन में प्रकाशित एक नए अध्ययन से पता चलता है कि जंक फूड, जैसे बर्गर, फ्राइज, पिज्जा और चिप्स, कुछ दिनों तक खाने से भी आपके दिमाग के मेमोरी सेंटर, हिप्पोकैम्पस को नुकसान पहुंच सकता है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि ज्यादा फैट वाले आहार दिमाग के न्यूरॉन्स के नाजुक संतुलन को बिगाड़ देते हैं, जिससे ब्रेन फॉग, याददाश्त कमजोर होना और लगभग तुरंत ही धीमी गति से सोचने की क्षमता विकसित हो जाती है। आपका हिप्पोकैम्पस आपके मस्तिष्क की स्मृति है, यह तथ्यों, अनुभवों को संग्रहीत करने में मदद करता है। आपको दिमाग का ये हिस्सा इस बात के प्रति भी बेहद संवेदनशील है कि आप क्या खाते हैं, कैसे सोते हैं और आप कितने तनाव में हैं। इसका मतलब है कि आप अपनी थाली में क्या खाते हैं, इसका सीधा असर आपके मस्तिष्क की याददाश्त और जानकारी को संसाधित करने की क्षमता पर पड़ता है।
शोधकर्ताओं ने चूहों को केवल चार दिनों तक ज्यादा फैट वाला, जंक फूड जैसा आहार दिया। सिर्फ चार दिन बर्गर, फ्राइज और पिज्जा दिया। वे यह देखना चाहते थे कि हिप्पोकैम्पस और, खास तौर पर, सीसीके इंटरन्यूरॉन्स नामक मस्तिष्क कोशिकाओं के समूह पर क्या प्रभाव पड़ता है, जो स्मृति संकेतों को व्यवस्थित रखते हैं। नतीजतन हिप्पोकैम्पस स्पष्ट रूप से सूचना को संसाधित या याद नहीं कर रख पा रहे थे। ये सिर्फ चूहों में नहीं बल्कि, मनुष्यों में भी समान होता है।
ज्यादा फैट वाले खाद्य पदार्थ हिप्पोकैम्पस के रसायन को तेजी से बदल देते हैं।
वे सीसीके इंटिरियरॉन्स को अत्यधिक उत्तेजित करते हैं।
यह न्यूरॉन्स के एक दूसरे से बातचीत करने के तरीके को बाधित करती है।
जंक फूड आपके मस्तिष्क की आंतरिक वायरिंग को भ्रमित कर देता है, जिससे यादों को संग्रहीत करना और पुन प्राप्त करना कठिन हो जाता है।
अपनी थाली को फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, लीन प्रोटीन और स्वस्थ फैट (जैसे सैल्मन, एवोकाडो और नट्स) से भरें।
पानी भी ध्यान और स्मरण शक्ति को प्रभावित करता है।
जब आप सोते हैं तो हिप्पोकैम्पस यादों को एकत्र करता है।
व्यायाम मस्तिष्क में रक्त प्रवाह बढ़ाता है और न्यूरोट्रांसमीटर को संतुलित करने में मदद करता है।
जंक फूड के अत्यधिक सेवन से बचें। यहां तक कि छोटी सी मात्रा भी आपके स्मृति सर्किट में इन परिवर्तनों को ट्रिगर कर सकती है।