स्वास्थ्य

ब्रेन बूस्टर है Mushrooms, रोजाना सेवन से अल्जाइमर और दिल की बीमारी का खतरा हो सकता है कम — स्टडी

Mushrooms: मशरूम सिर्फ खाने का स्वाद नहीं बढ़ाते, बल्कि ये आम सा दिखने वाला मशरूम अपने शरीर और दिमाग को भी कई तरह से फायदे पहुंचाता है।

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Sep 01, 2025
Mushrooms reduce Alzheimer’s risk|फोटो सोर्स – Freepik

Mushrooms: मशरूम सिर्फ खाने का स्वाद नहीं बढ़ाते, बल्कि ये आम सा दिखने वाला मशरूम अपने शरीर और दिमाग को भी कई तरह से फायदे पहुंचाता है। मशरूम में जरूरी पोषकतत्त्व होते हैं, जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स और बायोएक्टिव कंपाउंड्स से भरपूर होते हैं।हाल ही में हुई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि अगर रोजाना सिर्फ पांच मशरूम खाए जाएं, तो ये दिल को हेल्दी रखता है, इम्युनिटी को मजबूत करता है और साथ ही डिमेंशिया जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे को कम करने में मददगार हो सकते हैं।यह कम कैलोरी और भरपूर पोषण वाले ये फूड्स हैं सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता हैं।

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रोजाना कितना मशरूम खाना चाहिए?

पेन स्टेट विश्वविद्यालय के अध्ययन के अनुसार, रोजाना 5 मशरूम खाने से इनमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर को लंबी अवधि तक स्वस्थ रखने में मदद करते हैं और ये गुण पकाने के बाद भी बरकरार रहते हैं। मशरूम में पाए जाने वाले पोषक तत्व जैसे फाइबर, पोटैशियम, सेलेनियम, बी विटामिन्स और विटामिन डी के साथ-साथ इसमें खास
एंटीऑक्सिडेंट्स,एर्गोथियोनिन और ग्लूटाथायोन भी मौजूद होते हैं, जो शरीर की कोशिकाओं को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं। इससे उम्र बढ़ना, हृदय रोग और दिमागी कमजोरी कम हो सकती है। अध्ययन में यह भी पाया गया है कि जहां एर्गोथियोनिन का सेवन अधिक होता है, वहां अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसी बीमारियों की दर कम होती है।

Mushrooms खाने के फायदे

मस्तिष्कीय कार्यों की सुरक्षा

उम्र बढ़ने के साथ दिमागी तेजी और याददाश्त पर असर पड़ना आम बात है। लेकिन मशरूम इसमें मददगार साबित हो सकते हैं। रिसर्च बताती है कि जो लोग नियमित रूप से मशरूम खाते हैं, उनमें Mild Cognitive Impairment यानी डिमेंशिया का शुरुआती खतरा कम होता है।
खासतौर पर Lion’s mane mushroom दिमाग के लिए बेहद फायदेमंद है। इसमें ऐसे तत्व होते हैं जो Nerve growth factor (NGF) को बढ़ाते हैं। इससे नर्व रिपेयर, याददाश्त और फोकस बेहतर होता है। साथ ही, इनके एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण ब्रेन एजिंग की रफ्तार को धीमा कर देते हैं।

सूजन-रोधी और रक्तचाप लाभ


मशरूम में मौजूद Triterpenoids और Phenolic acids शरीर में सूजन को कम करते हैं। ये इंफ्लेमेशन के मार्कर्स को घटाते हैं और अंगों पर दबाव कम करते हैं।ये ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाले कुछ एंजाइम्स की गतिविधि को भी रोकते हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है और धमनियां लचीली बनी रहती हैं। यही कारण है कि मशरूम हृदय की सेहत के लिए अच्छे माने जाते हैं। इसके अलावा ये गठिया, डायबिटीज और क्रॉनिक पेन जैसी समस्याओं में भी राहत पहुंचाते हैं।

हेल्दी हार्ट के लिए लाभकारी


मशरूम कोलेस्ट्रॉल संतुलन में मदद करते हैं, ब्लड प्रेशर कम करते हैं और धमनियों को सुरक्षित रखते हैं। इनमें मौजूद बीटा-ग्लूकान खराब कोलेस्ट्रॉल की अवशोषण को कम करता है और पोटैशियम रक्त वाहिकाओं को आराम देता है। कुछ मशरूम स्टैटिन जैसे तत्व भी प्रदान करते हैं, जो हृदय रोगों के जोखिम को घटाते हैं।

पोषक तत्वों से भरपूर सुपरफूड


मशरूम कैलोरी में कम लेकिन विटामिन, मिनरल, फाइबर और शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं। ये बी विटामिन, सेलेनियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, कॉपर और एर्गोथियोनाइन जैसे तत्व प्रदान करते हैं, जो ऊर्जा बढ़ाते हैं, इम्यूनिटी मजबूत करते हैं और कोशिकाओं को सुरक्षा देते हैं।

कैंसर जोखिम कम करना


मशरूम में पाए जाने वाले बीटा-ग्लूकान सफेद रक्त कोशिकाओं को सक्रिय करते हैं जो संक्रमण से लड़ते हैं। ये ग्लूटाथियोन और एर्गोथियोनाइन जैसे एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं, जो डीएनए को नुकसान से बचाते हैं। शिटाके, मैटाके और रीशी जैसे मशरूम कैंसर के इलाज में सहायक हो सकते हैं।

आंत का स्वास्थ्य रखता है और मेटाबॉलिज्म को बेस्ट करता है

पाचन और मेटाबॉलिज्म को सही रखने में मशरूम बहुत कारगर हैं। इनमें मौजूद Prebiotic fibre अच्छे बैक्टीरिया को पोषण देता है, जिससे आंतें स्वस्थ रहती हैं और कब्ज़ या पेट फूलने जैसी दिक्कतें कम होती हैं। कम कैलोरी और ज्यादा फाइबर होने की वजह से ये वजन नियंत्रित करने में मदद करते हैं और अनहेल्दी क्रेविंग्स को घटाते हैं। कुछ मशरूम ब्लड शुगर को स्थिर रखते हैं और Insulin sensitivity को बेहतर बनाते हैं। साथ ही, ये फैट मेटाबॉलिज्म को तेज करने और लिवर को टॉक्सिन से बचाने में भी सहायक

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