Pneumonia In Winter: हम सबको पता है कि सर्दियों में निमोनिया बढ़ जाता है, लेकिन मुश्किल से ही बहुत कम लोगों को यह पता होगा कि ऐसा किस कारण से होता है और इससे हम कैसे बच सकते हैं। आइए डॉ. मनोज जांगिड़ से जानते हैं कि सर्दियों में इसका खतरा क्यों बढ़ जाता है और इससे बचने के लिए कौन-कौन से उपाय अपनाने चाहिए।
Pneumonia In Winter: सर्दी का मौसम शुरू होते ही सामान्य सर्दी-खांसी तो जैसे सप्लीमेंट्स की तरह बन जाते हैं और इन पर हम ज्यादा गौर भी नहीं करते हैं। बस यही सोचते हैं कि ठंड की वजह से हुआ है, ठीक हो जाएगा, क्या ही डॉक्टर को दिखाएंगे। लेकिन कभी-कभी यही सामान्य सर्दी ही गंभीर बीमारी का कारण बन जाती है। सर्दियों में निमोनिया का होना भी एक ऐसी ही स्थिति है क्योंकि हम ज्यादा गौर करते ही नहीं हैं और जब यह दिक्कत बहुत ज्यादा बढ़ जाती है, तब यह निमोनिया बन जाती है।
वास्तव में निमोनिया फेफड़ों का इन्फेक्शन होता है। दूसरी तरफ फेफड़ों की जितनी भी बीमारियां होती हैं, ठंड से उनका कहीं न कहीं संबंध होता ही है। सर्दियों में निमोनिया का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। आइए डॉ. मनोज जांगिड़ से जानते हैं कि सर्दियों में निमोनिया का खतरा क्यों बढ़ जाता है और इससे बचने के लिए हमें कौन से उपाय अपनाने चाहिए।
निमोनिया सर्दियों में होने वाली एक आम बीमारी बन चुका है। असल में निमोनिया फेफड़ों में होने वाला एक इन्फेक्शन होता है जो वहां सूजन पैदा करता है। निमोनिया के कारण श्वसन संबंधी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है और इसमें सांस संबंधी परेशानियां भी बहुत ज्यादा बढ़ जाती हैं। काफी लोगों के लिए तो सांस लेना ही दूभर हो जाता है। सर्दियों के मौसम में हम में से ज्यादातर लोग घर के अंदर रहते हैं या फिर कामकाजी लोग अपने ऑफिस में भी अंदर ही रहते हैं, तो इस कारण से फंगल इन्फेक्शन बढ़ जाता है। दूसरा, घर के अंदर हीटिंग के लिए लगे हीटिंग सिस्टम से शुष्क हवा निकलती है जो सीधा फेफड़ों और श्वसन तंत्र को नुकसान पहुंचाती है। यही कारण है कि सर्दियों में निमोनिया बहुत ज्यादा होता है। सर्दी में जब यह निमोनिया होता है, तो शुरुआत में लोग इसके लक्षणों को आम सर्दी मान लेते हैं और इस कारण से यह बढ़ता जाता है।