Russian Cancer Vaccine Update : रूस की mRNA बेस्ड एंटरोमिक्स वैक्सीन कैंसर के इलाज में क्रांति लाने वाली है। FDA-से मंजूरी वाली इस वैक्सीन से कोलोरेक्टल, ग्लियोब्लास्टोमा और मेलेनोमा कैंसर का आसान इलाज संभव। जानिए कब तक यह वैक्सीन आम लोगों के लिए उपलब्ध होगी।
Russian Cancer Vaccine Update : दुनिया में कैंसर जानलेवा बीमारियों में से एक मानी जाती है। पहले यह बीमारी अधिकतर बड़े उम्र के लोगों में देखने को मिलती थी। लेकिन अब कम उम्र के लोग भी इसकी चपेट में हैं। हर साल लाखों लोगों की मौत इसकी वजह से होती है। इसका इलाज काफी मंहगा है। जिसके चलते आम इंसान अपना इलाज नहीं करवा पाता और उसकी मौत हो जाती है। ऐसे में एक बड़ी उम्मीद की किरण सामने आई है। दरअसल, कैंसर के लिए विकसित mRNA बेस्ड वैक्सीन की जा रही। तो आइए जानते हैं कि यह वैक्सीन कब तक लोगों को मिलेगी।
रूस ने हाल ही में इस क्षेत्र में एक क्रांतिकारी खोज की है। रूस के नेशनल मेडिकल रिसर्च रेडियोलॉजी सेंटर और एंगेलहार्ट इंस्टीट्यूट ऑफ मॉलिक्यूलर बायोलॉजी ने मिलकर एक mRNA आधारित वैक्सीन ‘एंटरोमिक्स’ (Entromics) बनाई है। यह वैक्सीन अब तक प्री-क्लिनिकल ट्रायल्स में 100% तक सुरक्षित और असरदार साबित हुई है। इसके बाद 48 वॉलंटियर्स पर क्लिनिकल ट्रायल हुआ, जिसमें अच्छे परिणाम आए हैं। खास बात यह है कि यह वैक्सीन हर इंसान के RNA के हिसाब से तैयार की जाती है ताकि शरीर खुद कैंसर सेल्स से लड़ सके।
वैक्सीन का पहला वेरिएंट खासकर कोलोरेक्टल कैंसर (आंत का कैंसर) के लिए तैयार किया गया है। भविष्य में इसमें ग्लियोब्लास्टोमा (ब्रेन कैंसर) और मेलेनोमा (स्किन कैंसर) के लिए भी वेरिएंट बनाए जाने की योजना है। वैक्सीन इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाकर कैंसर सेल्स को नष्ट करने में मदद करेगी।
अभी यह वैक्सीन रेगुलेटरी मंजूरी का इंतजार कर रही है। जैसे ही इसे मंजूरी मिलेगी, यह आम लोगों के लिए उपलब्ध करवा दी जाएगी। यदि यह सफलतापूर्वक क्लिनिकल यूज में आ जाती है, तो यह दुनिया की पहली mRNA कैंसर वैक्सीन होगी। इसे मिलना जल्द हो सकता है, लेकिन इसके लिए अभी कुछ महीनों का समय लग सकता है।
इसके अलावा अमेरिका, चीन, ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस में भी कैंसर वैक्सीनेशन पर शोध चल रहा है। अमेरिका में National Cancer Institute और Mount Sinai Medical Center जैसे संस्थान इस क्षेत्र में तेजी से काम कर रहे हैं। चीन ने सर्वाइकल कैंसर के लिए कुछ वैक्सीन विकसित कर ली हैं। ऑस्ट्रेलिया में ब्रेन कैंसर पर रिसर्च चल रही है, जबकि फ्रांस में Transgene कंपनी ने एक व्यक्तिगत कैंसर वैक्सीन तैयार की है। भारत में भी कई मेडिकल कॉलेज्स और Serum Institute of India इस दिशा में रिसर्च कर रहे हैं।
यह mRNA कैंसर वैक्सीन आने वाले समय में लाखों लोगों के लिए उम्मीद की नई किरण बनने वाली है। इससे न सिर्फ इलाज आसान और सस्ता होगा, बल्कि कैंसर से लड़ने की क्षमता भी बढ़ेगी। उम्मीद है कि अगले 6-12 महीनों में इस वैक्सीन को आम लोगों के लिए उपलब्ध कराया जा सकता है।