Dengue Vaccine trial : डेंगू वायरस से भारत ही नहीं पूरी दुनिया परेशान है। यह वायरस मानसून के मौसम में तो अपनी चरम सीमा पर आ जाता है और इससे लगातार मौतें होने लगती है। इसी को लेकर भारत ने वैक्सीन तैयार कर ली है।
Dengue Vaccine : डेंगू वायरस पर अभी तक कोई सफल वैक्सीन नहीं बन पाई है। इसके कारण यह वायरस भारत के साथ विदेश में भी अपने प्रकोप को लेकर सबको डरा कर रखता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा अब डेंगू वायरस को लेकर प्रोटेक्शन बढ़ने की संभावना बढ़ने के चांस है। भारत अब इसका इलाज ढूंढ कर ही रहेगा और अब उसने इसके इलाज के लिए वैक्सीन का तैयार कर ली है।
इस वैक्सीन (Dengue vaccine) ने अपना फेज-1 और फेज-2 पार कर लिया है और साथ ही इस वैक्सीन ने दिल्ली सहित पूरे देश में डेंगू के चारों स्ट्रेन के खिलाफ ट्रायल रन भी शुरू कर दिया गया है। इस ट्रायल की सफलता पूर्वक होते है डेंगू को रोका जाना एक बहुत बड़ी सफलता होगी।
भारत में जहां दिल्ली इस समय डेंगू (Dengue Vaccine) से ज्यादा मार झेल रहा है वही देश में 18 राज्यों में 19 सेंटरों में ट्रायल हुआ इस वैक्सीन का वही पर दिल्ली का मात्र एक सेंटर राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल को चुना गया है। RML अस्पताल के डायरेक्टर और कम्युनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट की एचओडी डॉ. नीलम रॉय के अनुसार, वैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रायल में 70% लोग 18-45 साल के और 30% लोग 45 साल के बीच के होंगे। फेज-1 और फेज-2 ट्रायल सफल होने के बाद ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने डेंगू वैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रायल की अनुमति दी है।
डेंगू (Dengue Vaccine) का संक्रमण डेन वन, टू, थ्री और फोर टाइप के स्ट्रेन से फैलता है। इन चारों के खिलाफ दुनियाभर में न तो एंटीवायरस दवा है और न ही वैक्सीनएंटीवायरस दवा संक्रमण होने के बाद इस्तेमाल होती है, लेकिन वैक्सीन संक्रमण से पहले ही ली जाती है इसलिए डेंगू की वैक्सीन की अहमियत बहुत ज्यादा है।
2018-19 में वैक्सीन के फेज-1, फेज-2 के क्लिनिकल ट्रायल किए गए। ICMR ने फेज-3 ट्रायल के लिए पैनेसिया बायोटेक के साथ करार किया यह तब किया गया जब उम्मीद के मुताबिक रिजल्ट मिला। फेज-3 ट्रायल के बाद अप्रूवल का प्रोसेस शुरू होगा। वैक्सीन को आने में कम से कम 2 साल लग समते हैं।