एलर्जी आजकल एक विकट समस्या बन गई है। एलर्जी किसी को धूप से होती है तो किसी को ठंड से और इसका बचाव ही एक उपाय होता है। यदि आप ठंड (winter foods) में एलर्जी से बचना चाहते हैं तो आप सर्दी में अपने खानपान में कुछ चीजें शामिल कर सकते हैं।
Winter Foods : एलर्जी की समस्या एक ऐसी समस्या है जो किसी के समपर्क में आने के कारण होती है। एलर्जी के कई प्रकार होते हैं। जिसमें किसी को को मिट्टी से होती है तो किसी को और किसी से यह ठंड के कारण भी कई लोगों को हो जाती है। यदि बात कि जाए तो सर्दियों (Winter Foods) के आगमन के साथ ही कई व्यक्तियों में एलर्जी की समस्या बढ़ जाती है। इस मौसम में अधिकांश लोग सूखी खांसी, आंखों में खुजली या सर्दी-जुकाम से ग्रसित हो जाते हैं। कुछ खाद्य पदार्थ एलर्जी को बढ़ावा देते हैं, जबकि अन्य इसे कम करने में सहायक होते हैं।
हल्दी एलर्जी को नियंत्रित करने में अत्यंत सहायक होती है। इसमें ऐसे तत्व होते हैं जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, 'हल्दी के मुख्य घटक करक्यूमिन में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-एलर्जिक विशेषताएँ होती हैं।' 2016 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जो एनल्स ऑफ एलर्जी, अस्थमा एंड इम्यूनोलॉजी में आया था, एलर्जिक राइनाइटिस के मरीजों ने जब करक्यूमिन का सेवन किया, तो उनके इम्यून रिस्पॉन्स और नासिका वायु प्रवाह में उल्लेखनीय सुधार देखा गया।
अदरक : winter foods
अदरक को एलर्जी की समस्याओं को नियंत्रित करने के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि अदरक और इसके अर्क में ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो मितली, दर्द और सूजन को कम करने में सहायक होते हैं। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण एलर्जी के लक्षणों को भी कम करने में मदद करते हैं।
टमाटर
टमाटर में विटामिन C की अच्छी खासी मात्रा होती है। इसके साथ ही, टमाटर में एलर्जी से निपटने के लिए आवश्यक सभी तत्व मौजूद होते हैं। टमाटर में पाया जाने वाला लाइकोपीन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जो सूजन को कम करने में सहायक होता है।
मिर्च वाला खाना: winter foods
मसालेदार और मिर्ची वाला भोजन शरीर में एलर्जी को कम करने में सहायक होता है। सौंफ, गर्म सरसों और काली मिर्च जैसी सामग्री कफ को प्राकृतिक रूप से बाहर निकालने में मदद करती हैं। इनका सेवन करने से नाक की रुकावट दूर होती है और बलगम बाहर निकलता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।