Indore Shraddha Tiwari Case: इंदौर की गुम छात्रा श्रद्धा तिवारी के अचानक मिलने और उसके कॉलेज के इलेक्ट्रीशियन से शादी करने के फैसले से परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई। पिता बोले- लड़की (बेटी) भागी किसी और के लिए थी, वहीं बीच में एंट्री किसी और ने मारकर शादी कर ली।
Indore Shraddha Tiwari Case: इंदौर की गुम छात्रा श्रद्धा तिवारी के अचानक मिलने और उसके कॉलेज के इलेक्ट्रीशियन से शादी करने के फैसले से परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई। एमआइजी थाने पर शुक्रवार को कुछ ऐसा ही देखने को मिला। थाने पर चले हंगामे के बीच श्रद्धा तिवारी अपने पति के साथ थाने में लिखा-पढ़ी करने पहुंची। उसने मंदिर में शादी करने का खुलासा किया, वहीं पूरे समय छात्रा के पिता इस शादी को मानने को तैयार नहीं हुए। वे कहते रहे कि बेटी ने जल्दबाजी में फैसला लिया है। कहने लगे कि लड़की (बेटी) भागी किसी और के लिए थी, वहीं बीच में एंट्री किसी और ने मारकर शादी कर ली। बेटी को महिला थाने की कस्टडी में रखो तो सच सामने आ जाएगा।
मालूम हो, एमआइजी थाना क्षेत्र में 23 अगस्त को युवती श्रद्धा तिवारी अचानक घर से कहीं चली गई। कई दिनों तक परिजन, पुलिस उसे तलाशती रही। इस बीच बेटी ने माता-पिता को फोन कर बताया कि वह मंदसौर में है और शादी कर ली है। एमआइजी थाना टीआइ सीबी सिंह ने बताया, श्रद्धा ने अपने बयान थाने पर दिए हैं। बयान में कहा, उसका अफेयर सार्थक गेहलोद से चल रहा था। घटना दिनांक को सार्थक ने उसे रेलवे स्टेशन पर मिलने बुलाया था। युवती ने बताया, वहां सार्थक नहीं मिला। इस बात से गुस्से में आकर वह ट्रेन में बैठकर रतलाम पहुंच गई। वहां ट्रेन से कूदने का प्रयास करने लगी। उस दौरान पीछे से किसी ने हाथ पकड़ा। पलटकर देखा तो वह पूर्व परिचित कॉलेज का इलेक्ट्रीशियन करण योगी है।
युवती ने बताया, करण ने वजह पूछी तो मैंने कहा- आत्महत्या कर रही हूं। करण ने कहा, मैं तुम्हें मरने नहीं दूंगा। इस पर श्रद्धा बोली कि मरने नहीं दोगे तो मुझसे शादी कर लो। इस पर करण तैयार हो गया। दोनों खरगोन और फिर महेश्वर चले गए। यहां दोनों ने मंदिर में शादी कर ली। शादी के बाद दोनों करण के पालिया स्थित घर पहुंचे। यहां परिवार ने अपनाने से इनकार कर दिया। इस पर दोनों मंदसौर पहुंच गए।
बयान के अनुसार, श्रद्धा तिवारी ने अपने माता-पिता को दस्तावेज के लिए फोन लगाया और कहा कि उसे रजिस्टर्ड शादी करना है। यह सुनते ही पिता कार से गए और दोनों को साथ थाने लेकर पहुंचे। युवती ने बताया, करण उसका पूर्व से परिचित है। पुलिस ने कहा, दोनों में बातचीत कैसे हुई, करण रतलाम अचानक कैसे पहुंचा, यह जांच का विषय है। पिता बता रहे हैं कि कोई भी ऐसे ही मांग भर देगा क्या। मैं शादी मान्य नहीं करूंगा। लड़की बालिग है, उसका स्टेटमेंट लिया है।
थाने पहुंचे पिता कहने लगे कि बच्ची को कैसे पाला हूं, मैं ही जानता हूं। जीरो से लेकर मैं कैसे उठा हूं। इस बात को भी जानता हूं। मेरी बच्ची के साथ कुछ ऐसा हुआ है, जिसकी जानकारी निकालने में टाइम लगेगा। मैं इस शादी के लिए तैयार नहीं हूं। बच्ची के माइंड की जांच होनी चाहिए। यदि ऐसा है तो बच्ची को कम से कम एक हफ्ते हमसे दूर रख लें। मेरी मांग है कि बच्ची को पिता के पास न भेजते हुए उसे महिला थाने की कस्टडी में रख लें।
उसे 24 घंटे ही बैठा लें। लड़की भागी किसी ओर के लिए थी, बीच में एंट्री किसी और की हो गई। यदि बच्ची अलग रहने के बाद 10 दिन बाद इस शादी के लिए बोलती है तो उसकी शादी बड़ी धूमधाम से करूंगा। मैंने बेटी को 22 साल पाला है। उसकी धूमधाम से शादी करूंगा। पापा के घर में तेरा स्वागत है। उदास पिता बोले, मेरी करण से बात हुई। उसने बताया, वह रेलवे स्टेशन पर बेटी से मिला। बेटी सुसाइड करने जा रही थी। उसी ने बेटी को पकड़ना बताया। बेटी ने उससे शादी की बात कही तो उसने शादी कर ली। हमें शादी के बारे में कुछ पता नहीं।