MP News Indore-Manmad Rail Line: 309.43 किमी की जियो टैगिंग के लिए 77 लाख रुपए के टेंडर जारी, मप्र और महाराष्ट्र दोनों राज्यों के 13 जिलों की भूमि होगी अधिगृहित...
MP News Indore-Manmad Rail Line: शहर के लिए अहम इंदौर-मनमाड़ रेल लाइन प्रोजेक्ट में रेलवे ने अब अहम टेंडर जारी किए हैं। 309.43 किमी की जियो टैगिंग के लिए 77 लाख रुपए के टेंडर जारी किए गए हैं। इसके तहत ऊपर से ड्रोन सर्वे होगा और नीचे से जमीन पर साइट क्लियर होगी। इसके बाद पटरियां बिछाने का काम शुरू हो सकेगा। मनमाड़ से खरगोन तक की जमीन अधिग्रहण हो चुकी है। यहां सबसे पहले पटरियां बिछाई जाएंगी।
चार जिलों से इस प्रोजेक्ट के तहत डाली जानी वाली लाइन के लिए नोटिफिकेशन जारी होने के बाद मनमाड़ से खरगोन जिले तक का भूमि अधिग्रहण हो चुका है। सेंधवा, महू और इंदौर जिले में प्रक्रिया चल रही है। मप्र और महाराष्ट्र दोनों राज्यों के 13 जिलों की भूमि अधिगृहीत होनी है। एक हिस्से में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है तो दूसरी ओर जहां जमीन मिल चुकी है वहां जियो टैगिंग के लिए सर्वे करने का टेंडर किया गया है।
ड्रोन अधिगृहीत जमीन को चिन्हित करेगा ओर नीचे जमीन की साइट क्लियर जाएगी। जेसीबी व अन्य मशीनों से खुदाई होगी। ड्रोन के जरिए लाइन सीधी हो और बाद में कोई गड़बड़ी न आए इसके लिए सर्वे किया जा रहा है। ये काम मनमाड़ से खरगोन तक होगा, इसके बाद इंदौर, सेंधवा और धार जिले में जमीन अधिग्रहण किया जाएगा।
इंदौर से मुंबई के लिए 309 किमी की इंदौर-मनमाड़ नई रेल लाइन को 18 हजार 36 करोड़ रुपए की मंजूरी मिली थी। इस लाइन से इंदौर न केवल मुंबई और साउथ से जुड़ेगा, बल्कि औद्योगिक कनेक्टिविटी भी मिलेगी। पीएम-गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान के तहत वर्षों से अटकी योजना पर काम शुरू हुआ है।
रेल लाइन से सबसे ज्यादा फायदा मप्र को मिलेगा। 309 किमी में 170.56 किमी का हिस्सा मप्र का है। इसमें प्रदेश की कुल 905 हेक्टेयर जमीन निजी है। मप्र में बनने वाले 18 स्टेशन में महू, कैलोद, कमदपुर, झाड़ी बरोदा, सराय तालाब, नीमगढ़, चिक्तायाबड़, ग्यासपुरखेड़ी, कोठड़ा, जरवाह, अजंदी, बघाड़ी, कुसमारी, जुलवानिया, सलीकलां, वनिहार, बवादड़ और मालवा स्टेशन है।
इंदौर परियोजना का काम शुरू होने जा रहा है। इस महत्वपूर्ण सर्वेक्षण का टेंडर जारी होना परियोजना के लिए बेहद सकारात्मक संकेत है। समिति इसे जनता के संघर्ष की जीत मानती है। इस लाइन से पूर्वी और पश्चिमी भारत के बीच संपर्क सुदृढ़ होगा।
- मनोज मराठे, मनमाड़-इंदौर रेलवे संघर्ष समिति