mp news: निजी स्कूल की मिनी बस में जिस वक्त आग लगी तब उसमें 13 छोटे बच्चे सवार थे, ड्राइवर की सूझबूझ से बची बच्चों की जान...।
mp news: मध्यप्रदेश के इंदौर में शनिवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। दरअसल इंदौर-सांवेर रोड पर शनिवार दोपहर में रिंगनोदिया गांव के पास एक निजी स्कूल की मिनी बस में अचानक आग लग गई। घटना के वक्त बस में 13 छोटे बच्चे सवार थे जिन्हें ड्राइवर देवेंद्र पटेल और उसके सहयोगी किट्टू ने सूझबूझ दिखाकर सुरक्षित बचा लिया। बस में आग लगते ही ड्राइवर ने बस को रोड के किनारे खड़ा किया और तुरंत ड्राइवर व सहयोगी ने बच्चों को सुरक्षित बस से बाहर निकाला। इसके बाद कुछ ही मिनटों में बस आग का गोला बनकर राख हो गई।
सांवेर क्षेत्र के धरमपुरी स्थित सर्व विकास पब्लिक स्कूल की मिनी बस (एमपी 09 एफए 3292) शनिवार सुबह पंचडेरिया गांव से 13 बच्चों को लेकर स्कूल जा रही थी। करीब 11 से 12 बजे के बीच रिंगनोदिया गांव के पास बस से धुआं उठने लगा। नन्हे बच्चे घबराकर चीखने लगे। मौके की नजाकत समझते हुए ड्राइवर ने बस रोककर सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। बस मेन रोड पर रुकने से बड़ी संख्या में ग्रामीण और राहगीर वहां पहुंच गए। उन्होंने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन देखते-देखते पूरी बस जलकर राख हो गई। हालांकि बच्चों की जान बच गई, लेकिन उनके स्कूल बैग और सामान बस के साथ ही जल गए।
घटना की जानकारी मिलते ही सांवेर थाना प्रभारी दयाशंकर महोबिया, हेड कांस्टेबल राघवेन्द्र रघुवंशी और आरक्षक मनोज वर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। टीआइ महोबिया ने कहा कि, सौभाग्य से कोई जनहानि नहीं हुई। बस ड्राइवर और सहयोगी की हिम्मत और सूझबूझ के कारण बड़ा हादसा टल गया। घटना के बाद स्कूल संचालक धीरज भटनागर ने दावा किया कि बस खाली थी और उसे डीजल पंप लीक की मरम्मत के लिए इंदौर भेजा गया था, लेकिन बच्चों और ग्रामीणों ने इस झूठ का पर्दाफाश कर दिया। सभी ने साफ कहा कि जब आग लगी तब बच्चे बस में ही मौजूद थे और उन्हें ड्राइवर व सहयोगी ने निकाला था।