World Hepatitis Day 2025: हर साल बढ़ रहा है हेपेटाइटिस का खतरा, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में हर साल लिवर से जुड़ी परेशानी की जांच के लिए आने वाले करीब 250 मामले हेपेटाइटिस के, पांच साल में तेजी से बढ़ी है मरीजों की संख्या, जून, जुलाई और अगस्त में सामने आते हैं सबसे ज्यादा केस, आप भी जानें हेपेटाइटिस के लक्षण, कारण और उपचार...
World Hepatitis Day 2025: लिवर संबंधी बीमारियों सहित दूषित पानी व भोजन से हेपेटाइटिस का खतरा बढ़ रहा है। सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में हर साल लिवर की जांच के लिए आने वाले मरीजों में से लगभग 250 हेपेटाइटिस के सामने आ रहे हैं। डॉक्टर्स के अनुसार, यह आंकड़ा पांच साल में बढ़ा है। जून, जुलाई व अगस्त में हेपेटाइटिस ए व हेपेटाइटिस ई से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ जाती है, इसका प्रमुख कारण दूषित पानी-भोजन है।
लिवर संबंधित समस्याओं वाले मरीजों में हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B) व लिवर कैंसर के मरीज भी सामने आ रहे हैं। डॉक्टर्स के अनुसार, लिवर खराब होने से पहले कई संकेत देता है, जिसे पहचानकर इलाज कराना जरूरी है। हर साल 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस (World Hepatitis Day 2025) मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य इस खतरनाक, लेकिन रोके जा सकने वाले रोग के प्रति जागरुकता फैलाना है। हेपेटाइटिस संक्रमण पिछले कुछ सालों में बढ़ा है। इसके प्रमुख कारण लोगों में जागरुकता की कमी, असुरक्षित खान-पान और समय पर जांच नहीं कराना सामने आ रहा है। एमवायएच व सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में हर माह करीब 500 मरीज लिवर संबंधित परेशानियां लेकर आते हैं। इनमें से दो फीसदी हेपेटाइटिस के लक्षण वाले होते हैं।
हेपेटाइटिस एक प्रकार की लिवर से जुड़ी बीमारी है, जो वायरस के संक्रमण के कारण होती है। यह पांच प्रकार के होते हैं - ए,बी,सी,डी व ई। इनमें से बी व सी सबसे ज्यादा गंभीर माने जाते हैं, क्योंकि ये लंबे समय तक लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं और आगे चलकर सिरोसिस या लिवर कैंसर में बदल सकते हैं।
संक्रमित सुई या ब्लैड का उपयोग
असुरक्षित यौन संबंध
दूषित पानी और भोजन का सेवन
संक्रमित मां से नवजात शिशु में संक्रमण
खून चढ़ाने से पहले जांच न होना
त्वचा और आंखों का पीला पड़ना (पीलिया)
थकान और कमजोरी
भूख न लगना
उल्टी या मतली
पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द
गाढ़ा रंग का पेशाब।
2021 - 169
2022 - 212
2023 - 266
2024 - 175
सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में गेस्ट्रोएंट्रोलोजिस्ट डॉ. अमित अग्रवाल ने बताया, सुपर स्पेशियलिटी में हर साल 250 मरीज हेपेटाइटिस के आ रहे हैं। बारिश में ए व ई के अधिक पीड़ित पहुंचते हैं। समय पर जांच या टीकाकरण से इससे बचा जा सकता है। कई शोध में ब्लैक कॉफी दिन में एक या दो कप पीने से भी खतरे को कुछ हद तक कम करने की जानकारी दी है। खान-पान पर नियंत्रण, मोटापे से बचाव, वजन संतुलन आदि से लिवर को स्वस्थ रखा जा सकता है, जिससे इसके खतरे को भी कम किया जा सकता है। सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में 28 से 30 जुलाई तक नि:शुल्क जांच शिविर लगाया जाएगा।