गजब कर दिया: कांक्रीट, नाले के मलबा में उगाएंगे हरी भरी बगिया, हरकत छिपाने ऊपर से डाल रहे मिट्टी
Damoh Naka flyover : सवा हजार करोड़ से बने प्रदेश के सबसे बड़े फ्लाईओवर के नीचे भी सुगम और सुखद यातायात बनाने के उद्देश्य से मजबूत व उच्चस्तरीय सडक़ें बनाई गई हैं, बल्कि डिवाइडर और रोटरी में सुंदर गार्डन का निर्माण भी किया जा रहा है। दमोह नाका छोर को छोडकऱ बाकी में गार्डन का काम पूरा हो चुका है। यहां जो काम चल रहा है, उसमें भी लीपापोती की जा रही है। अधिकारियों की अनदेखी का फायदा उठाकर जिम्मेदार कंपनी मिट्टी के बजाय मलबा पूर रही है। इस पर किसी का ध्यान भी नहीं जा रहा है।
दमोहनाका रोटरी और एक्सटेंशन एरिया में आने वाले डिवाइडरों में गार्डन का काम शुरू हो चुका है। यहां प्रथम चरण में मिट्टी फिलिंग का काम चल रहा है। जिसके लिए कंपनी यहां वहां से मलबा मंगवाकर खानापूर्ति करने में जुटी है। जबकि नियमानुसार मिट्टी डालकर यहां पौधे लगाए जाने हैं। दमोह नाका रोटरी और गोहलपुर, आईएसबीटी छोर तक बने डिवाइडरों में पिछले दस दिनों से पुराई का काम चल रहा है। जिसमें प्लाटों की फिलिंग में उपयोग होने वाला मलबा पूरा जा रहा है। ऐसा नहीं है कि यहां गार्डन के लिए मिट्टी नहीं डाली जाएगी, मलबा को ढकने के लिए ऊपरी परत में मिट्टी भी डाली जा रही है। ताकि किसी को समझ न आए सके।
पुराई को लेकर जब निर्माण कंपनी की ओर से खड़े एक कर्मचारी से पूछा गया कि मिट्टी की जगह मलबा क्यों डाला जा रहा है, तो उसने जवाब देने के बजाय धमकाते हुए कहा कि फोटो न उतारें और अपना काम करें। ज्यादा जागरुक बनने की जरूरत नहीं है। उसके और भी साथी वहां आकर खड़े हो गए।
पीडब्ल्यूडी के ईई शिवेन्द्र सिंह से जब इस विषय में पूछा गया तो उन्होंने कहा नियमानुसार रोटरी और डिवाइडर में गार्डन तैयार करने के लिए मिट्टी की पुराई की जानी है। तीन दिन पहले ही कंपनी को मलबा हटाने के लिए कहा था, यदि नहीं मान रहे हैं तो कार्रवाई की जाएगी। पत्रिका ने बताया कि अब भी मलबा पूरा जा रहा है तो उन्होंने कहा डिवाइडर और रोटरी से मलबा खाली कराया जाएगा।