Rani Durgavati University : रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक और प्राध्यापकों की वर्ष 2021 से बैकलॉग पदों पर अटकी भर्ती प्रक्रिया शुरू
Rani Durgavati University : रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक और प्राध्यापकों की वर्ष 2021 से बैकलॉग पदों पर अटकी भर्ती प्रक्रिया को लेकर हलचल शुरू हो गई है। चार साल से बंद लिफाफों पर अब कार्रवाई के लिए कमेटी का गठन किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि पूर्व कुलपति के समय 78 पदों पर निकाली गई भर्ती प्रक्रिया विवादों के घेरे में आ गई थी। आवेदन प्राप्त होने के बावजूद लिफाफे नहीं खोले गए थे, जिससे कई योग्य उमीदवारों को नियुक्ति नहीं मिल सकी। यह मामला जब कोर्ट पहुंचा, तब विश्वविद्यालय ने इस पर ध्यान देना शुरू किया है।
विश्वविद्यालय में बैकलॉग शिक्षकीय पदों पर नियुक्ति के लिए वर्ष 2021 में विज्ञापन जारी किया गया था। इसमें संशेधन कर दोबारा वर्ष 2023 में जारी किया गया। विश्वविद्यालय ने 78 पदों पर भर्ती प्रक्रिया आयोजित की थी। इसमें बैकलॉग और सामान्य पदों पर भर्ती होनी थी। बैकलॉग पदों के विभिन्न विषयों के लिए 31 उमीदवार साक्षात्कार में शामिल हुए थे। लेकिन विवि प्रशासन लिफाफों को नहीं खोल सका। भर्ती प्रक्रिया में देरी और नियमों का पालन न करने से विश्वविद्यालय को भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
मामले को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कमेटी गठित कर दी गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने शुक्रवार को नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बैकलॉग शिक्षकीय पदों पर की गई भर्ती प्रक्रिया के विरुद्ध प्राप्त शिकायतों व अभ्यावेदनों के संबंध में विश्वविद्यालय द्वारा गठित समिति जांच करेगी। समिति के समक्ष व्यक्ति एक सप्ताह में अभ्यावेदन प्रस्तुत कर सकते हैं।
हाईकोर्ट ने रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय को कमेटी को तथ्यों के आधार पर निर्णय लेकर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। हाईकोर्ट ने कहा कि प्राप्त शिकायतों और आपत्तियों को एक सप्ताह के भीतर कमेटी के समक्ष रखना होगा। इसके बाद की शिकायतों और आपत्तियों विचार करने के लिए कमेटी वाध्य नहीं होगी। मामले की सुनवाई 28 मार्च को होगी।
Rani Durgavati University : बैकलॉग पदों की भर्ती प्रकिया को पूरा करने के लिए समिति का गठन कर दिया है। लोगों से आपत्तियां मांगी गई है ताकि उनकी त्वरित सुनवाई की जा सके। आपत्तियों की सुनवाई होने के बाद विवि अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा।