CG News: पीएचई विभाग का दावा है कि जल जीवन मिशन के तहत कई गांवों में जल आपूर्ति शुरू हो चुकी है, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है।
CG News: बस्तर विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में भीषण पेयजल संकट ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। जल जीवन मिशन के तहत शुरू किए गए कार्य अधूरे पड़े हैं, और अधिकांश हैंडपंप या तो सूख चुके हैं या उनमें पानी बेहद कम आ रहा है। ऐसे में क्षेत्र की जनता पीएचई विभाग की निष्क्रियता से आक्रोशित है।
क्षेत्रीय विधायक लखेश्वर बघेल ने बताया कि उन्होंने कई बार पीएचई विभाग को चेताया था कि यदि समय रहते ग्रामीण इलाकों की पेयजल समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो जनांदोलन किया जाएगा। अब उन्होंने घोषणा की है कि 27 मई को जिला मुख्यालय स्थित पीएचई कार्यालय में धरना किया जाएगा और धरना-प्रदर्शन होगा।
पीएचई विभाग का दावा है कि जल जीवन मिशन के तहत कई गांवों में जल आपूर्ति शुरू हो चुकी है, लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे बिल्कुल उलट है। ग्रामीणों का कहना है कि योजना के नाम पर सिर्फ कागज़ी खानापूर्ति हुई है। असल में पानी की सुविधा न के बराबर है। ग्रामीणों का आरोप है कि पीएचई अधिकारी शासन के आयोजनों और उत्सवों में व्यस्त रहते हैं, जबकि गांवों में लोग पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं।
CG News: गर्मी के इस मौसम में हालात और भी गंभीर हो गए हैं। विधायक बघेल ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन किसी राजनीतिक दल या व्यक्ति के विरुद्ध नहीं है, बल्कि आम जनता के अधिकारों के लिए है। ’’अगर समय रहते समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो यह आंदोलन और उग्र होगा,’’ उन्होंने कहा।
विधायक ने बताया कि जल जीवन मिशन के अंतर्गत ठेकेदारों को भुगतान नहीं किया गया है, जिससे कार्य भी बाधित हो रहे हैं। वहीं, विभाग में तकनीकी कर्मचारियों की भारी कमी है, जिसके चलते सुधार कार्यों में देरी हो रही है। हैंडपंप बनवाने में भी हफ्तों लग जाते हैं।