Cyclone Montha: चक्रवाती तूफान मोंथा के असर से बस्तर क्षेत्र में भारी बारिश और भूस्खलन हुआ। किरंदुल-कोत्तावालसा (केके) रेलमार्ग पर त्याडा और चिमड़पल्ली के बीच चट्टानें गिरने से रेल यातायात ठप हो गया था।
Cyclone Montha: बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान मोंथा के प्रभाव से बस्तर क्षेत्र में भारी तबाही मची है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण किरंदुल-कोत्तावालसा (केके) रेलमार्ग पर त्याडा और चिमड़पल्ली के बीच भयंकर भूस्खलन हो गया। पहाडिय़ों से बड़े-बड़े चट्टानें व मलबा ट्रैक पर गिर पड़ा, साथ ही टनल को भी गंभीर नुकसान पहुंचा। इससे रेल यातायात पूरी तरह ठप हो गया था, लेकिन रेलवे कर्मचारियों की तत्परता से मात्र चार घंटे के अंदर ट्रैक साफ कर लाइन क्लियर कर ली गई।
Cyclone Montha: रेलवे प्रशासन ने तूफान की पूर्व चेतावनी को देखते हुए पहले ही रूट पर सभी यात्री ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया था। प्रभावित ट्रेनों में जगदलपुर-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस, किरंदुल-विशाखापट्टनम पैसेंजर स्पेशल और अन्य शामिल थीं। भारी बारिश के बीच रेलवे की राहत टीमों ने ट्रैक से मलबा हटाने का कार्य तुरंत शुरू किया, जिसमें मैनुअल श्रम का सहारा लिया गया। अधिकारियों के अनुसार, तूफान का असर खत्म होने के बाद ट्रेक में पूरी तरह से यात्री टे्रन का संचालन शुरू हो पाएगा।
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