Diwali 2025: बाजार में मिट्टी के दिए बिकने पहुंचे हैं। चौक चौराहों में यह सजाए गए हैं, मिट्टी के दियों की खरदारी करने उत्साह नजर आया रहा है।
Diwali 2025: इस बार दीपावली के त्योहार में शहर ओडिशा के लाखों दीपों से जगमगाएगा। इस बार बस्तर के बाजारों में ओडिशा से आए कारीगरों के बनाए मिट्टी के दीए लोगों को खूब लुभा रहे हैं। आकर्षक डिजाइनों और रंग-बिरंगे पैटर्न वाले दीया ग्राहकों की पहली पसंद बने हुए हैं। ऐसे में बाजारों में रोशनी की चमक पहले से ही दिखने लगी है।
विभिन्न डिजाइनों में आकर्षक ढंग से तैयार किए गए दीया लोगों को लुभा रहे हैं। दो रूपए से लेकर 100 रूपए तक के दिया बाजार में उपलब्ध है। इन दीयों की मांग न केवल घरों में सजावट के लिए, बल्कि मंदिरों और संस्थानों में भी तेजी से बढ़ रही है। इसके अलावा मिट्टी के गुल्लक, हाथी, लक्ष्मी की मूर्ति की डिमांड देखी जा रही है।
कुछ वर्षों से लोग वापस अपने पारंपरिक दिये का उपयोग करने लगे हैं। ग्राहकों का कहना है कि मिट्टी के दीए न केवल पारंपरिक हैं, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी हैं। वहीं, ओडिशा से आए कुहार बताते हैं कि बस्तर में दीयों की मांग काफी अधिक है और यहां के लोग पारंपरिक चीजों को बेहद पसंद करते हैं।
Diwali 2025: बस्तर में कुहारों की संख्या घटने से कुछ वर्षों से ओडिशा के कई कारीगर बस्तर पहुंचते हैं। वे अपने पारंपरिक हुनर से तैयार किए गए दीयों को बेच रहे हैं। सिरहासार चौक, संजय बाजार, गोल बाजार और मिताली चौंक तक लगे दिये का बाजार लोगों को आकर्षित कर रहा है।