Rejected vegetable in fast food: नियमित निरीक्षण और कार्रवाई न होने के कारण दुकानदार खुलेआम खराब खाद्य सामग्री बेच रहे हैं। इससे आमजन की सेहत पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
Rejected vegetable in fast food: इन दिनों महंगाई की मार से बचने के लिए शहर के चौपाटी और सड़क किनारे फास्ट फूड बेचने वाले अधिकांश दुकानदार अब रिजेक्टेड और सड़ी गली सब्जियों का इस्तेमाल करने लगे हैं। देखने में तो खाने की प्लेट रंग-बिरंगी और स्वादिष्ट लगती है, लेकिन हकीकत यह है कि इन पकवानों में इस्तेमाल होने वाली सब्जियां खराब और अमानक स्तर की होती है। जिम्मेदार विभागों की लापरवाही और अनदेखी से यह सिलसिला लगातार जारी है।
डॉ नवीन दुल्हानी, चिकित्सक, जगदलपुर: खुली नालियों और गंदगी के बीच तैयार हो रहे खाद्य पदार्थों में हानिकारक बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं। ऐसे भोजन से फूड पॉयजनिंग, डायरिया और लंबे समय तक लीवर-किडनी की बीमारियां हो सकती हैं। बच्चों और युवाओं में इसका असर ज्यादा होता है। यदि नगर निगम और खाद्य सुरक्षा विभाग मिलकर ठोस कदम उठाएं तो इस समस्या पर अंकुश लगाया जा सकता है।
कुछ लोगों का कहना है कि निगम और खाद्य विभाग के अधिकारी केवल औपचारिक जांच तक सीमित रहते हैं। नियमित निरीक्षण और कार्रवाई न होने के कारण दुकानदार खुलेआम खराब खाद्य सामग्री बेच रहे हैं। इससे आमजन की सेहत पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
CG News: सिरहासार की भीड़भाड़ वाली चौपाटी हो या शहीद पार्क व स्कूलों के पास लगी ठेले, यहां बिकने वाले चाउमीन, मंचूरियन, मोमोज और रोल जैसे फास्ट फूड में खराब सब्जियों का जमकर उपयोग हो रहा है। उपभोक्ताओं को इसका अंदाजा तक नहीं होता क्योंकि मसालों और सॉस के स्वाद से यह गंध और खराबी छिप जाती है। इधर कई होटल में भी दूषित खाना परोसा जा रहा है।