CG News: प्लांट के ठेका श्रमिकों के बोनस के लिए कोई पहल नहीं, सात हजार ठेका श्रमिक मायूस, कैसे मनाएंगे दिवाली?
CG News: नगरनार स्टील प्लांट के नियमित कर्मियों को प्लांट प्रबंधन ने दिवाली के बोनस के रूप में 13 करोड़ 21 लाख 60 हजार रूपए दिए हैं। लेकिन इन्हीं कर्मियों के साथ काम करने वाले ठेका श्रमिकों को दिवाली के लिए कोई बोनस नहीं दिया गया। एनएमडीसी प्रबंधन ने अपने प्रत्येक नियमित कर्मी को 1.60 लाख रुपए बोनस दिया है।
उत्पादन और उत्पादकता में बराबर के भागीदार लगभग 7 हजार ठेका श्रमिकों को न तो समय पर पूरा वेतन मिल पाया है और न ही बोनस। मुख्य नियोक्ता होने के बावजूद एनएमडीसी प्रबंधन केवल परिपत्र जारी करने की रस्म अदायगी कर अपनी जिम्मेदारी निभा ली है। इधर ठेका श्रमिक बोनस की उम्मीद लगाए ठेकेदारों के चक्कर लगा रहे हैं।
गौरतलब है कि एनएमडीसी के नियमित कर्मचारियों के लिए बोनस निर्धारित करने वाली ऑल इंडिया एनएमडीसी वर्कर फेडरेशन द्वारा प्लांट में कार्यरत ठेका मजदूरों के लिए भी कम से कम 20 प्रतिशत बोनस देने का फैसला लिया गया है लेकिन अभी तक इस बोनस का पता नहीं है।
प्लांट में कार्यरत लगभग 7 हजार ठेका श्रमिक कार्यरत हैं। उनमें कई श्रमिकों को ठेकेदारों द्वारा निर्धारित न्यूनतम बोनस नहीं दी जाती है। वर्कर फेडरेशन के अनुसार श्रमिकों को दीपावली के पूर्व बोनस दिया जाना चहिए लेकिन कई ठेकेदार त्योहार के बाद भी बोनस देने में आनाकानी करते हैं। ऐसे में यहां के जनप्रतिनधियो को भी संज्ञान में लेते हुए इस शोषणकारी व्यवस्था को बदलने और एनएमडीसी प्रबंधन के साथ ही ठेकेदारों पर दबाव बनाया जाना चाहिए।
संयुक्त इस्पात मजदूर संगठन के पूर्व जनरल सेक्रेटरी महेन्द्र जॉन ने बताया कि किसी भी ठेका मजदूर के कम से कम 30 दिनों की ड्यूटी पर मिलने वाले वेतन पर 8.33 फीसदी प्रतिशत बोनस भुगतान का प्रवधान है। अगर किसी श्रमिक का साल में वेतन एक लाख रुपए बनता है तो वह 8333 रुपए बोनस का हकदार होता है। इस बोनस में कुशल और अकुशल दोनों के लिए अलग अलग प्रवधान है।
एनएमडीसी ने अपने नियमित कर्मचारियों को बांटे 13.21 करोड़ रुपए
एनएमडीसी ने 826 नियमित कर्मियों को दिया बोनस
एनएमडीसी प्रबंधन ठेका श्रमिकों का भी मुख्य नियोक्ता
एनएमडीसी मौन, ठेकेदारों की मनमानी से त्रस्त श्रमिक
CG News: प्लांट में कार्यरत हजारों ठेका श्रमिकों को समय पर वेतन भी नहीं मिल पाता है जबकि एनएमडीसी प्रबंधन सभी कांट्रेक्टर को तय समय पर सभी भुगतान कर देती है। त्योहार में अब कुछ दिन ही शेष रह गया है लेकिन बोनस का पता नहीं है। मजदूरों वेतन में धांधली व कम भुगतान, पीएफ में गड़बड़ी सहित अन्य कई तरह की गड़बड़ी करती है जिसकी शिकायतें लगातार प्रबंधन से की जाती रही है।