Public Transport In Jaipur: तैयार रहिए राजधानी के सार्वजनिक परिवहन सेवा को अगले माह से झटका लगने वाला है।
जयपुर। तैयार रहिए राजधानी के सार्वजनिक परिवहन सेवा को अगले माह से झटका लगने वाला है। जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज (जेसीटीएसएल) की ओर से संचालित 70 बसें अक्टूबर से अवधिपार हो रही हैं। यानी बसें कबाड़ या कंडम होने जा रही हैं। ऐसे में अब शहर में सड़क पर चलने लायक 130 बसें ही बचेंगी। बसों के संकट को देखते हुए जेसीटीएसएल ने सरकार से मार्गदर्शन मांगा है।
असमंजस यह है कि नई बसें आने तक कंडम बसों का संचालन कराया जाए या नहीं। इधर, सरकार के पास और काेई विकल्प नहीं है। कंडम बसों का संचालन किया जाता है तो रोज 50 हजार यात्री इन नकारा बसों में सफर करेंगे। ऐसे यात्रियों को परेशानी उठानी होगी। चलती बसें सड़क पर रुकेंगी तो जयपुर में प्रदूषण फैलेगा।
टोडी डिपो में 100 बसों का संचालन किया जा रहा है। इनमें से 70 बसें अभी कंडम हो रही हैं। शेष 30 बसें अगले साल मार्च तक कंडम होंगी। ऐसे में अगले साल तक जयपुर की सड़कों से 100 बसें बाहर हो जाएंगी। इस हिसाब से शहर में जेसीटीएसएल के पास महज 100 बसें ही बचेंगी। समय रहते जेसीटीएसएल की ओर से अगर नई बसों की खरीद नहीं की गई तो इन बसों पर रोेज सफर करने वाले यात्रियों को परेशानी उठानी होगी।
जेसीटीएसएल की ओर से पहले 300 सीएनजी बसें लाने की तैयारी चल रही थी। अब सीएनजी के टेंडर को खत्म कर दिया गया है। सरकार अब इलेक्ट्रिक सिटी बसों को दौड़ाने का दावा कर रही है। जयपुर में अब केन्द्र की स्कीम के तहत इलेक्ट्रिक बसों को लाया जाएगा।
जेसीटीएसएल अधिकारियों का दावा है कि दिसंबर तक शहर में इलेक्ट्रिक बसें आ जाएंगी। दरअसल, केन्द्र की पॉलिसी के तहत राजस्थान में 675 इलेक्ट्रिक बसें दी जा रही हैं। इनमें से 150 बसें जयपुर में आएंगी। वहीं, दूसरे चरण में 169 बसें आएंगी। इस तरह जयपुर में कुल 319 इलेक्ट्रिक बसें लाने की तैयारी चल रही है।
जयपुर में अभी 200 बसें चल रही हैं। वहीं, जेसीटीएसएल में 319 इलेक्ट्रिक बसें लाने की तैयारी हो रही है। लेकिन शहर की आबादी करीब 50 लाख है। इस हिसाब से वर्तमान में लो-फ्लोर बसों की संख्या करीब 1500 होनी चाहिए। लेकिन वर्तमान में संचालित 200 बसों मेें से 100 कंडम होंगी।
-2011 में खरीदी थी 280 बसें 2020 में कबाड़ हो गईं-2013 में। -खरीदी 120 बसें मार्च 2023 में कंडम हो गई।
-2016 और 2020 में 200 बसें नई आईं जो वर्तमान में संचालित हैं।
-1.50 लाख यात्री सफर करते हैं 200 बसों में।
अक्टूबर में 70 बसें कंडम हो रही हैं। 30 बसें अगले साल मार्च तक कंडम होंगी। हमने सरकार को प्रस्ताव भेजा है। अनुमति मिलने के बाद निर्णय लिया जाएगा।
-नारायण सिंह, एमडी, जेसीटीएसएल