जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रोजाना फ्लाइट्स का शेड्यूल गड़बड़ा रहा है। कई फ्लाइट्स का संचालन ऐनवक्त पर रद्द भी हो रहा है। सर्वाधिक परेशानी कनेक्टिंग फ्लाइट लेने वालों पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है।
जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रोजाना फ्लाइट्स का शेड्यूल गड़बड़ा रहा है। कई फ्लाइट्स का संचालन ऐनवक्त पर रद्द भी हो रहा है। सर्वाधिक परेशानी कनेक्टिंग फ्लाइट लेने वालों पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है। यात्रियों का आरोप है कि कंपनियां मुनाफे वाले रूट्स पर तो खूब सेवाएं देती हैं, लेकिन जिन रूट्स पर यात्री भार कम होता है वहां नियमों की आड़ में सेवाएं बंद कर दी जाती हैं। इससे कनेक्टिंग फ्लाइट लेने वाले यात्रियों को अचानक होटल, कैब और नई फ्लाइट की बुकिंग पर अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ता है।
दरअसल त्योहारी सीजन के कारण कई प्रमुख रूट पर यात्री भार ज्यादा है। ऐसे में एयरलाइंस कंपनियां उन रूट्स पर ज्यादा फोकस कर रही हैं। वहीं, जिन रूट्स पर यात्री भार कम होता है उन पर फ्लाइट का संचालन रद्द कर रही हैं। इस कारण हर दिन दो तीन फ्लाइट का संचालन रद्द रहता है। दूसरी तरफ एक दर्जन फ्लाइट्स का संचालन प्रभावित रहता है। फ्लाइट्स में देरी के कारण यात्रियों एक से आठ घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। एयरलाइंस कंपनियां इन समस्याओं की वजह ऑपरेशनल बताकर पल्ला झाड़ रही हैं।
स्पाइसजेट एयरलाइंस की शुक्रवार सुबह 8:25 बजे आने वाली फ्लाइट साढ़े तीन घंटे की देरी से जयपुर पहुंची। जयपुर से सुबह 9:30 बजे दुबई जाने वाली फ्लाइट सवा तीन घंटे की देरी से रवाना हुई। छह अन्य फ्लाइट्स की भी देरी से आवाजाही हुई। ऐसे में यात्रियों को एयर लाइन सेवाओं की लेटलतीफी का सामना करना पड़ रहा है।
त्योहार पर एयर लाइन कंपनियों ने अभी से यात्रियों से मनमाना किराया वसूलना शुरू कर दिया है। दिवाली नजदीक आते ही फ्लाइट फुल होने का हवाला देकर किराए में दो से तीन गुना तक बढ़ोतरी होना आम बात है। ऐसे में यात्रा के अन्य विकल्प नहीं होने पर यात्रियों को मजबूरी के चलते हवाई यात्रा करनी पड़ रही है।