केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज राजस्थान के एक दिवसीय दौरे पर आएंगे। वे सीतापुरा स्थित जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर में नवीन आपराधिक कानूनों पर आयोजित राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
जयपुर: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जयपुर आगमन पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं। वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान सोमवार को सांगानेर, एयरपोर्ट, सांगानेर सदर, प्रताप नगर, जवाहर सर्कल, मालवीय नगर, बजाज नगर और गांधी नगर थाना क्षेत्र में ड्रोन नहीं उड़ाया जा सकेगा। इस संबंध में एडिशनल पुलिस कमिश्नर डॉ. रामेश्वर सिंह ने आदेश जारी किया।
वीवीआईपी मूवमेंट के दौरान एयरपोर्ट, कार्यक्रम स्थल, एयरपोर्ट से कार्यक्रम स्थल तक और बहुमंजिला इमारतों में सुरक्षा व्यवस्था व ट्रैफिक के लिए 1500 से अधिक पुलिस अधिकारी व जवान तैनात रहेंगे। इनमें 4 डीसीपी, 11 एडिशनल डीसीपी, 21 एसपी व उपाधीक्षक, 60 निरीक्षक, 1000 जवान, 500 ट्रैफिक के जवान, तीन आरएएसी की कंपनी हैं। एक क्यूआरटी एयरपोर्ट पर और दूसरी क्यूआरटी की टीम कार्यक्रम स्थल पर तैनात रहेगी। वहीं, पुलिस ने वीवीआईपी के मूवमेंट का रविवार को पूर्वाभ्यास किया।
अमित शाह सोमवार को राजस्थान के एक दिवसीय दौरे पर आएंगे। वे सीतापुरा स्थित जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में नवीन आपराधिक कानूनों पर आयोजित राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को आयोजन स्थल का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। यह प्रदर्शनी 13 से 18 अक्टूबर तक आयोजित की जाएगी।
इस अवसर पर शाह राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के तहत प्राप्त निवेश प्रस्तावों में से 4 लाख करोड़ रुपए के एमओयू की ग्राउंड ब्रेकिंग करेंगे। साथ ही 9 हजार 300 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण भी होगा। इसके अलावा, विद्यार्थियों को यूनिफॉर्म के लिए 260 करोड़ रुपए और दुग्ध उत्पादकों को दूध सब्सिडी के 364 करोड़ रुपए की राशि का ऑनलाइन हस्तांतरण किया जाएगा।
कार्यक्रम में 150 यूनिट मुफ्त बिजली योजना के तहत रजिस्ट्रेशन का शुभारंभ होगा तथा एफएसएल वाहनों, महिला सुरक्षा पेट्रोलिंग स्कूटी एवं मोटरसाइकिलों का फ्लैगऑफ भी किया जाएगा।
देश में 1 जुलाई 2024 से लागू हुए भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और भारतीय साक्ष्य अधिनियम के एक वर्ष पूर्ण होने पर यह प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है। ‘नव विधान- न्याय की नई पहचान’ थीम पर आधारित यह प्रदर्शनी कानून की नई संरचना की डिजिटल एवं इंटरएक्टिव प्रस्तुति के साथ दर्शकों को जागरूक करेगी।
चरण एक : पुलिस कन्ट्रोल रूम दिखाया गया है, जिसमें डायल 112 जैसे आपातकालीन नंबर पर कॉल कैसे प्राप्त होती है और तुरंत प्रतिक्रिया देती है। सीन ऑफ क्राइम, पुलिस स्टेशन आदि।
चरण दो : वैज्ञानिक और कानूनी सत्यापन, हॉस्पिटल, एफएसएल, पब्लिक प्रॉसियूशन ऑफिस।
चरण तीन : न्याय और सुधार, डिस्ट्रिक कोर्ट, प्रिजन, हाईकोर्ट, नए आपराधिक कानूनों का संक्षिप्त विवरण है। इसमें कानून की सरलता से जानकारी दी गई है।
13 अक्टूबर : पुलिस कार्य में टेक्नोलॉजी के उपयोग पर सत्र
14 अक्टूबर : फॉरेंसिक विज्ञान आधारित सत्र
15 अक्टूबर : जेल संबंधी विषयों पर चर्चा
16 अक्टूबर : कानूनविज्ञों के साथ संवाद
17 अक्टूबर : महिलाओं व बच्चों से जुड़े अपराधों की रोकथाम और सामाजिक जागरूकता पर एनजीओ सत्र
18 अक्टूबर : समापन समारोह