Rajasthan Govt: राजस्थान सरकार इस बार निवेश जुटाने के लिए विशेष तौर पर प्रवासी राजस्थानियों पर ध्यान केंद्रित करने जा रही है।
जयपुर। राजस्थान सरकार इस बार निवेश जुटाने के लिए विशेष तौर पर प्रवासी राजस्थानियों पर ध्यान केंद्रित करने जा रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, मंत्रियों और शीर्ष अधिकारियों की टीम जल्द ही दुबई, अबू धाबी और बहरीन में रोड शो करेगी। सरकार की कोशिश है कि सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय प्रवासी अब निवेश के क्षेत्र में भी बड़ा योगदान दें। इसके लिए यूएई के प्रवासी राजस्थानियों के संगठनों को जोड़ा जा रहा है।
दिसंबर में जयपुर में होने वाले राइजिंग राजस्थान पार्टनरशिप कॉन्क्लेव को देखते हुए यह पहल महत्वपूर्ण मानी जा रही है। नौ दिसंबर को कॉन्क्लेव के पहले दिन प्रवासी राजस्थानी समेलन होगा, जबकि अगले दिन देश-विदेश से आए निवेशकों के साथ सीधा संवाद किया जाएगा। सरकार का मानना है कि प्रवासियों का अनुभव व नेटवर्क उद्योग, रोजगार और तकनीक लाने में मददगार साबित हो सकता है।
राजस्थान फाउंडेशन ने राज्यों में रह रहे प्रवासी राजस्थानियों से जुड़ाव मजबूत करने के लिए कदम उठाए हैं। फाउंडेशन ने राजस्थान के उद्योगपति, प्रबुद्ध वर्ग और संगठन प्रमुखों को अलग-अलग राज्य की जिम्मेदारी दी है। पश्चिम बंगाल व बिहार में प्रवासी राजस्थानी समाज के साथ समन्वय की जिम्मेदारी अंतरराष्ट्रीय मारवाड़ी सम्मेलन के अध्यक्ष अरुण अग्रवाल को सौंपी है।
अब तक 4.25 लाख करोड़ रुपए के एमओयू धरातल पर उतर चुके हैं। उद्योग विभाग के साथ सभी विभागों के लिए अगले तीन माह महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि सरकार का टारगेट ज्यादा से ज्यादा निवेश पर काम करने का है। इसमें भी ऊर्जा विभाग की मुख्य भूमिका रहेगी।
विदेश में एक सप्ताह का दौरा दूतावास को भेजा गया है। प्रतिनिधि मंडल में सीएम के साथ एक डिप्टी सीएम, उद्योग मंत्री, मुख्य सचिव, सीएम के अतिरिक्त मुय सचिव, उद्योग विभाग के प्रमुख सचिव, राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त, ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रमोशन आयुक्त आदि का जाने का प्लान है।
देश में भी सरकार निवेशकों तक पहुंचने के लिए रोड शो करेगी। इसके लिए दिल्ली, हैदराबाद, सूरत और कोलकाता को चिह्नित किया गया है।