School Principal Hire Private Teacher: दरअसल विद्यालय में पहली बार ही विज्ञान संकाय शुरू किया गया था। लेकिन सत्र के शुरू होने से लेकर सत्र अंत होने तक विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए शिक्षक ही नहीं थे।
Bindayaka Govt School: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कल कक्षा बारहवीं का परिणाम जारी किया है। तीनों ही संकाय का परिणाम एक साथ जारी किया गया है। पिछली बार की तरह इस बार भी बेटियों ने बाजी मारी है और बेटों से ज्यादा अंक हासिल किए हैं। लेकिन इन सबके बीच जयपुर का एक स्कूल चर्चा में है। सरकारी स्कूल में विज्ञान संकाय का परिणाम सौ फीसदी रहा है, यानी एक भी बच्चा फेल नहीं हुआ है। इसके लिए परिजनों ने प्रिंसिपल को बधाई दी और उनका सम्मान किया है। क्योंकि उन्होंने अपनी जिम्मेदारी से भी आगे बढ़ते हुए काम किया है।
दरअसल जयपुर के सिरसी-बिंदायका इलाके में स्थित बिंदायका गांव में स्थित सरकारी स्कूल का यह पूरा मामला है। दरअसल विद्यालय में पहली बार ही विज्ञान संकाय शुरू किया गया था। लेकिन सत्र के शुरू होने से लेकर सत्र अंत होने तक विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए शिक्षक ही नहीं थे। ऐसे में प्रिंसिपल कई बार खुद तो कई बार किसी और को पढ़ाने के लिए बुलाते। इस बीच लगातार शिक्षक की मांग भी की जाती रही, लेकिन सत्र के बीच में शिक्षक नहीं मिला। विज्ञान संकाय बिना शिक्षक ही चलता रहा।
लेकिन जब बच्चों ने प्रिंसिपल झाबर सिंह के सामने लगातार अपनी परेशानी बताई तो प्रिंसिपल ने खुद ही इसे सॉल्व करने की ठानी। उन्होंने करीब तीन से चार महीने के लिए निजी शिक्षक अपने खर्च पर बुलाए ताकि बच्चों का साल खराब नहीं हो सके। साथ ही शिक्षक पर पूरी नजर रखी और बच्चों से भी लगातार फीडबैक लेते रहे। शिक्षक ने भी बच्चों की पूरी मदद की और आखिर परिणाम पक्ष में आया। पहली बार ही विज्ञान का संकाय शुरू किया गया और पहली बार ही परिणाम सौ फीसदी आया। बच्चों के परिजनों ने प्रिंसिपल और शिक्षक का अभिवादन किया है।