Kotputli BLO Suicide: राजस्थान में एक और बीएलओ की खुदकुशी का मामला सामने आया है। ताजा मामला कोटपूतली-बहरोड़ जिले के प्रागपुरा थाना क्षेत्र का है।
Jaipur News: राजस्थान में एक और बीएलओ की खुदकुशी का मामला सामने आया है। ताजा मामला कोटपूतली-बहरोड़ जिले के प्रागपुरा थाना क्षेत्र का है। जहां बीएलओ विजय कुमार गुर्जर ने खुदकुशी कर ली। 42 वर्षीय बीएलओ का शव गुरुवार सुबह नीम के पेड़ से लटका मिला। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारकर जिला अस्पताल भिजवाया।
पुलिस के मुताबिक बीएलओ विजय कुमार गुर्जर बुधवार रात 8 बजे घर से निकला था और देर रात तक वापस नहीं लौटा। इस पर परिजनों ने रातभर तलाश की। लेकिन, पता नहीं चला। ग्रामीणों ने सुबह 6 बजे एक खेत में पेड़ पर शव लटका देखा। सूचना मिलते ही परिजन भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस के आने पर शव को नीचे उतारा गया। शव को कोटपूतली के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है।
बीएलओ की मौत की सूचना मिलने पर एसडीएम रामवतार मीणा, तहसीलदार रामधन गुर्जर सहित पुलिस अधिकारी अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। वहीं, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है। मृतक के 17 साल का लड़का और 15 साल की लड़की है। विजय की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
इधर, परिजनों का कहना है कि काम के चलते विजय डिप्रेशन में था। साथ ही एसडीएम पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। वहीं, एसडीएम रामवतार मीणा ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि विजय का 4 दिसंबर को ही विशेष गहन पुनरीक्षण (सर) कार्यक्रम पूरा हो गया था। उनके ऊपर किसी भी तरह का दबाव नहीं था और ना ही कभी कोई नोटिस नहीं दिया गया था।
1. विशेष गहन पुनरीक्षण (सर) कार्यक्रम में लगे बीएलओ मुकेश चंद जांगिड़ ने 16 नवंबर को जयपुर के बिंदायका रेलवे फाटक पर ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी थी। उनके पास से सुसाइड नोट भी मिला था। जिसमें उन्होंने अफसरों पर प्रताड़ित करने और लगातार काम का दबाव बनाने का आरोप लगाया था।
2. सवाई माधोपुर में 19 नवंबर को बीएलओ हरिओम बैरवा की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। परिजनों ने आरोप लगाया था कि एसडीएम और तहसीलदार काम को लेकर लगातार दबाव बना रहे थे। तबीयत बिगड़ने से 5 मिनट पहले भी हरिओम के पास तहसीलदार का फोन आया था। इसके बाद हार्ट अटैक के चलते उनकी मौत हो गई थी।
3. धौलपुर जिले में 30 नवंबर को बीएलओ अनुज गर्ग की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। परिजनों ने आरोप लगाया था कि कार्यभार अधिक होने के कारण अनुज मानसिक तनाव में थे। ऐसे में अचानक तबीयत बिगड़ने से उनकी मौत हो गई थी।