BLO in SIR : राजस्थान में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) कार्य के दबाव के कारण आत्महत्या किए जाने व हृदयाघात की शिकायतों के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय हरकत में आ गया। जानें क्या आश्वासन दिया।
BLO in SIR : मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) कार्य के दबाव के कारण आत्महत्या किए जाने व हृदयाघात की शिकायतों के बाद मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय हरकत में आ गया। कार्य अधिकता का दबाव झेल रहे बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) के सहयोग के लिए अतिरिक्त बीएलओ व सूचना सहायकों (आइ.ए.) की नियुक्ति की जाएगी। इसके अलावा स्वयंसेवकों का भी सहयोग लिया जाएगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बुधवार को मीडिया को यह जानकारी दी। उन्होंने बीएलओ की परेशानी दूर करने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि बीएलओ एसआइआर अभियान की धुरी हैं, इनकी वजह से ही 70 प्रतिशत मतदाताओं की मैपिंग हो पाई और 2.37 करोड़ (44 प्रतिशत) फॉर्म अपलोड हो चुके हैं। प्रदेश में 78 बीएलओ शत-प्रतिशत कार्य कर चुके, जो सम्मानित होंगे।
चार दिसंबर से पहले फॉर्म लेकर बीएलओ तीन बार जाएगा। इसके बाद ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी होने के बाद एक माह तक फॉर्म भरा जा सकेगा। बाहर रहने वाले मतदाताओं को ऑनलाइन फॉर्म भरने का विकल्प दिया गया है, ताकि फॉर्म भरने के लिए उन्हें आना नहीं पडे़।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि एसआइआर में जानकारी खोजने के लिए बुधवार को नया फीचर जोड़ दिया। आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध एसआइआर-2002 की सूचियों में अब अपना नाम, पिता या रिश्तेदार का नाम डालकर मतदाता जानकारी खोज सकते हैं।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने एसआइआर के काम में लगे बीएलओ की असमय मौतों पर गहरी चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में दो बीएलओ, एक की आत्महत्या और दूसरे की हार्ट अटैक से हुई मृत्यु के प्रारंभिक कारणों में कार्य दबाव सामने आया है। उन्होंने चुनाव आयोग और राज्य सरकार से सभी मामलों की निष्पक्ष जांच की मांग की।