राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने सीईटी की दोनों पारी की परीक्षा समाप्ति के बाद सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर अंकों की हेराफेरी का स्पष्टीकरण भी दिया।
जयपुर। राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं में "गड़बडिय़ों का जिन्न" पीछे नहीं छोड़ रहा है। कभी पेपर लीक तो कभी नकल के मामले को यहां सामान्य बातें होती जा रही हैं। अक्सर पेपर में सवालों को लेकर आपत्ति आती रही हैं लेकिन यहां तो पेपर में ही अंकों को लेकर ही हेराफेरी हो गई।
राजस्थान में समान पात्रता परीक्षा (सीईटी) सीनियर सैकण्डरी परीक्षा का आयोजन 22 से 24 अक्टूबर तक किया जा रहा है। इस परीक्षा में 18 लाख से अधिक आवेदकों ने फार्म भरे थे। आज पहले दिन यानी 22 अक्टूबर को हुई परीक्षा में सुबह की पारी में 80.44 प्रतिशत यानी 2.49 लाख और शाम की पारी में 77.02 प्रतिशत यानी 2.39 लाख कैंडिडेट्स की उपस्थिति रही। लेकिन इस परीक्षा में अंकों की अजीब हेराफेरी भी सामने आई है। सीईटी का पूरा पेपर 300 अंकों का था, लेकिन पेपर के पहले पेज पर ही अधिकतम अंक 100 प्रिंटिंग हुआ। इससे परीक्षार्थी पेपर हॉल में असहज महसूस किए गए।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने सीईटी की दोनों पारी की परीक्षा समाप्ति के बाद सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर अंकों की हेराफेरी का स्पष्टीकरण भी दिया। उन्होंने पोस्ट किया कि " सीईटी सीनियर सैकण्डरी परीक्षा में पेपर के पहले पेज पर अधिकतम माक्र्स 100 दिए हुए हैं, वहां 300 होने चाहिए थे। प्रिंटिंट एरर हुई है। इससे आपकी मार्किंग पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।"