युवक ने बातचीत कर महिला का भरोसा जीता और खुद को मददगार बताते हुए उसके साथ रिश्तेदार के घर चलने का प्रस्ताव रखा। रास्ते में आरोपी उसे एक कपड़े की दुकान पर ले गया और महिला को 150 रुपये दिए।
जयपुर। राजधानी दिल्ली के आनंद पर्वत इलाके से एक सनसनीखेज घटना सामने आई, जिसमें तीन माह के मासूम का अपहरण कर लिया गया। चेन्नई से अपने रिश्तेदार से मिलने दिल्ली आई महिला नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक अजनबी के संपर्क में आई। युवक ने बातचीत कर उसका भरोसा जीता और खुद को मददगार बताते हुए उसके साथ रिश्तेदार के घर चलने का प्रस्ताव रखा।
रास्ते में आरोपी उसे एक कपड़े की दुकान पर ले गया और महिला को 150 रुपये देकर बच्चे के लिए कपड़े खरीदने को कहा। लेकिन जैसे ही महिला दुकान से बाहर निकली, आरोपी युवक मासूम को लेकर फरार हो गया। घबराई हुई महिला ने तुरंत आनंद पर्वत थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
मामला दर्ज होते ही पुलिस ने बीएनएस की धारा 137(2) (अपहरण) के तहत एफआईआर दर्ज की और विशेष टीम गठित की। टीम ने दिल्ली के लगभग 100 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। जांच के दौरान संदिग्ध को बच्चे के साथ भागते हुए देखा गया। पुलिस ने संदिग्ध की तस्वीरों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस FRS सॉफ्टवेयर के जरिए चलाया, जिससे उसकी पहचान हो गई। आरोपी जितेंद्र कुमार (32) झुंझुनूं जिले के खेतड़ी कस्बे का रहने वाला निकला।
तुरंत कार्रवाई करते हुए दिल्ली पुलिस की टीम राजस्थान पहुंची और खेतड़ी से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। अपहृत मासूम को सुरक्षित बरामद कर मां के हवाले कर दिया गया। डीसीपी (सेंट्रल) निधिन वलसन ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया कि उसके एक रिश्तेदार ने उसे लड़का लाने के लिए दबाव डाला था और बदले में आर्थिक मदद का वादा किया था। इसी मकसद से वह दिल्ली आया और मौका मिलते ही बच्चे का अपहरण कर लिया।
पुलिस टीम ने सफल ऑपरेशन के बाद मां-बेटे के मिलन का जश्न भी मनाया। बच्चे को मां के हाथों में सौंपते समय भावुक नजारा देखने को मिला। महिला ने कहा-'दिल्ली में मैंने अपना बच्चा खो दिया था, लेकिन राजस्थान से वापस मिल गया। पुलिस अंकल की मदद से मैं फिर से उसे पा सकी, इसके लिए मैं हमेशा आभारी रहूंगी।'