महिलाएं बुटिक में जाकर नौ रंगों की साड़ियों का पूरा सेट तैयार करवा रही हैं, जिसमें वे अपने पसंदीदा फैब्रिक, डिज़ाइन और पेचवर्क को जोड़कर उसे खास बना रही हैं।
नवरात्रि का पर्व न केवल भक्ति और आस्था का समय है, बल्कि अब यह फैशन और परंपरा के सुंदर संगम का प्रतीक बन गया है। इस वर्ष जयपुर की महिलाओं में खासकर युवतियों के बीच नवरात्रि स्पेशल कस्टमाइज्ड साड़ियों का जबरदस्त क्रेज देखने को मिल रहा है।
नौ दिन, नौ रंग और हर दिन देवी के स्वरूप के अनुसार खुद को सजाने-संवारने की यह परंपरा इस बार स्टाइल और स्टेटमेंट में बदल रही है। महिलाएं बुटिक में जाकर नौ रंगों की साड़ियों का पूरा सेट तैयार करवा रही हैं, जिसमें वे अपने पसंदीदा फैब्रिक, डिज़ाइन और पेचवर्क को जोड़कर उसे खास बना रही हैं। ऑफिस, कॉलेज, दुर्गा पूजा पांडाल में इस बार युवतियां भी साड़ियों में आराधना करती नजर आएगी।
नवरात्रि में हर दिन एक अलग रंग धारण करने का चलन लंबे समय से है। उदाहरण के तौर पर पहले दिन पीला, दूसरे दिन हरा, तीसरे दिन ग्रे, चौथे दिन नारंगी, पांचवें दिन सफेद, छठे दिन लाल, सातवें दिन नीला, आठवें दिन गुलाबी और नौवें दिन बैंगनी रंग का महत्व बताया गया है।
हर रंग देवी दुर्गा के एक रूप और एक विशेष ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। महिलाएं मानती हैं कि इन रंगों को धारण करने से न केवल श्रद्धा व्यक्त होती है, बल्कि पूरे माहौल में सकारात्मकता और उत्साह भी फैलता है।
सॉटवेयर इंजिनियर 26 वर्षीय मीनाक्षी बोराणा ने बताया कि मैंने अपनी मां के साथ मिलकर नवरात्रि के लिए 9 रंगों की साड़ियां तैयार करवाई हैं। इनमें इंडिगो प्रिंट, इक्त और कॉटन साड़ियां हैं, जो न सिर्फ पारंपरिक हैं बल्कि पहनने में भी बेहद कंफर्टेबल हैं। अब हर दिन क्लास में अलग रंग की साड़ी पहनकर जाना एक नया अनुभव होगा।
बुटिक संचालिका और डिजाइनर रूचिका भारद्वाज ने बताया कि इस साल हमने नवरात्रि कलर साड़ी कलेक्शन नाम से एक स्पेशल कलेक्शन लॉन्च किया है, जिसमें 9 साड़ियों का एक सेट होता है। महिलाएं अपनी पसंद के अनुसार फैब्रिक चुनती हैं। जैसे बनारसी, इंडिगो, सिल्क, कॉटन, इक्त या पेचवर्क और फिर हर रंग की साड़ी को अलग स्टाइल में तैयार करवाती हैं। महिलाओं ने इस रंगों की भक्ति को इस बार अपने फैशन के साथ जोड़ दिया है। अब वे इस बात का ध्यान रख रही हैं कि पूजा, गरबा, कॉलेज या ऑफिस हर जगह उनके कपड़े देवी के दिन और रंग से मेल खाते हों।
बुटिक संचालक सुरभि राठौड़ ने बताया कि पिछले तीन हतों से हमारी यूनिट में ऑर्डर की भरमार है। कई लोग तो घर के पुराने दुपट्टों या साड़ियों को भी अपसाइकल कर नवरात्रि स्पेशल साड़ी बनवा रहे हैं। महिलाएं सिंपल लेकिन एलीगेंट साड़ियों की तरफ़ ज्यादा आकर्षित हैं। खासकर कार्यरत महिलाएं ऐसी साड़ियां पसंद कर रही हैं, जिन्हें पूरे दिन आराम से पहना जा सके और जिनमें पारंपरिकता के साथ आधुनिक लुक भी झलके।
केवल बुटिक ही नहीं, बल्कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी नौ रंगों की साड़ियों के सेट की भारी मांग देखी जा रही है। कई ई-कॉमर्स वेबसाइट्स नवरात्रि नवरंग साड़ी सेट नाम से खास ऑफर पेश कर रही हैं।