करीब छह माह पहले वार्ड को सीसीटीवी कैमरे की जद में लाने के प्रयास शुरू किए गए। अब तक वार्ड का 70 फीसदी हिस्सा तीसरी आंख की जद में है। खास बात यह है कि इसके लिए कोई भारी भरकम बजट भी खर्च नहीं किया गया। इस प्रोजेक्ट पर तीन लाख रुपए खर्च हुए हैं। एक लाख और खर्च होनेे का अनुमान है।
जयपुर. जनसहयोग से कैसे अपनी कॉलोनी और वार्ड को सुरक्षित रखा जा सकता है, यह ग्रेटर निगम के वार्ड 26 से सीखा जा सकता है। करीब छह माह पहले वार्ड को सीसीटीवी कैमरे की जद में लाने के प्रयास शुरू किए गए। अब तक वार्ड का 70 फीसदी हिस्सा तीसरी आंख की जद में है। खास बात यह है कि इसके लिए कोई भारी भरकम बजट भी खर्च नहीं किया गया। इस प्रोजेक्ट पर तीन लाख रुपए खर्च हुए हैं। एक लाख और खर्च होनेे का अनुमान है। यानी चार लाख रुपए में पूरा वार्ड सुरक्षित हो जाएगा। यदि अन्य वार्ड जन सहयोग से इस अभियान को गति दें तो प्रति परिवार 160 से 200 रुपए तक खर्चा होने का अनुमान है।
ये किया
-वार्ड में रहने वाले 10-12 लोगों से पार्षद दिनेश कांवट ने सम्पर्क किया। इन लोगों ने कैमरे लगवाने के लिए राशि दी। सभी लोग वार्ड के निवासी हैं।-करीब तीन लाख रुपए इकट्ठे हुए। इससे 37 कैमरे खरीदे गए। उनको चौराहों, तिराहों के अलावा शंकर कॉलोनी, सेक्टर एक, पृथ्वी नगर, एलएस नगर, राधा गोविंद नगर, कृष्णा नगर और कृष्णा कॉलोनी सहित अन्य जगहों पर लगाया गया।
...तो प्रति परिवार आता महज 160 रुपए खर्चा
वार्ड 26 में करीब 2500 परिवार रहते हैं। इस वार्ड में सीसीटीवी कैमरे लगाने का खर्चा करीब चार लाख रुपए आया है। यदि इस काम को हर घर से पैसा लेकर किया जाता तो प्रति परिवार महज 160 रुपए ही देने होते।
वार्ड का 70 फीसदी इलाका सीसीटीवी कैमरे की नजर में आ चुका है। मुख्य सड़क पर कैमरे पहले से लगे हैं और उनकी निगरानी अभय कमांड में होती है। जो कैमरे जन सहयोग से लगाए हैं, उनकी निगरानी वार्ड कार्यालय में की जा रही है। इसके अलावा मोबाइल में भी देखने की व्यवस्था की गई है।
-दिनेश कांवट, पार्षद-वार्ड 26
घोषणा करके भूले
हैरिटेज निगम की पहली बोर्ड बैठक में हर वार्ड में सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव पारित हुआ है। चार वर्ष बीत जाने के बाद अब तक इस घोषणा पर अमल नहीं किया गया है।