Good News : अक्षय ऊर्जा में राजस्थान फिर नम्बर वन हो गया है। गुजरात दूसरे स्थान पर खिसक गया है।
Good News : देश में सबसे ज्यादा अक्षय ऊर्जा (सौर, पवन ऊर्जा, बायोमास) प्रोजेक्ट में राजस्थान ने एक बार फिर पहला स्थान हासिल कर लिया है। गुजरात दूसरे स्थान पर खिसक गया है।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय की इस वर्ष जून की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान की अक्षय ऊर्जा क्षमता 37818 मेगावाट है, जबकि गुजरात 37494 मेगावाट के साथ दूसरे स्थान पर है। मई में राजस्थान के मुकाबले (35400 मेगावाट) गुजरात की क्षमता बढ़कर 35900 मेगावाट हो गई थी। हालांकि, राजस्थान सौर ऊर्जा क्षमता में कई वर्ष से पहले पायदान पर बना हुआ है, लेकिन पवन ऊर्जा में पांचवे स्थान पर है।
राजस्थान 31967 मेगावाट
गुजरात 21451 मेगावाट
महाराष्ट्र 12575 मेगावाट
गुजरात 13816 मेगावाट
तमिलनाडू 11830 मेगावाट
कर्नाटक 7714 मेगावाटझ्र
महाराष्ट्र 5307 मेगावाट
राजस्थान 5208 मेगावाट
जोधपुर के भड़ला में दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क है। इसकी कुल स्थापित क्षमता 2245 मेगावाट है। इनके अलावा फलौदी-पोकरण सोलर पार्क-750 मेगावाट, फतेहगढ़ फेज-1 बी : 1500 मेगावाट, नोखा सोलर पार्क(जैसलमेर)-925 मेगावाट व पूगल सोलर पार्क (बीकानेर) -2450 मेगावाट जैसी बड़ी परियोजनाएं भी यहां चल रही हैं।
1- राजस्थान की कुल स्थापित विद्युत क्षमता में नवीकरणीय ऊर्जा का योगदान लगभग 20.3 फीसद है, तथा शेष 78.79 फीसद पारंपरिक स्रोतों से प्राप्त होता है।
2- राजस्थान 31967 मेगावाट की स्थापित क्षमता के साथ सौर ऊर्जा में प्रथम स्थान पर है।
3- 5208 मेगावाट की स्थापित क्षमता के साथ राजस्थान पवन ऊर्जा में पांचवें स्थान पर है।